एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर की असमायिक मृत्यु पर शोक

एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि व अपने समय के चर्चित छात्र नेता प्रभात कुमार मिस्टर के हृदय गति रुक जाने के कारण असमायिक मृत्यु पर उन्हें जानने वालों के बीच शोक की लहर फ़ैल गई. 

एनएसयूआई के मधेपुरा जिलाध्यक्ष निशांत यादव अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहते हैं, नि:शब्द हूँ साथी, आप ऐसे छोड़ जायेंगे कभी सोचा नहीं था. भाजपा नेता राहुल यादव कहते हैं छात्र राजनीति के दिनों के साथी प्रभात कुमार मिस्टर का कम उम्र में हमलोगों को छोड़कर चले जाना बहुत ही दु:खद है. 

एआईएसएफ नेता हर्षवर्धन सिंह राठौर ने अपने शोक सन्देश में कहा कि छात्र राजनीति में जिन चन्द लोगों से जुड़ा और प्रभावित भी रहा उसमें से एक रहे प्रभात कुमार मिस्टर. छात्र संगठन एनएसयूआई की निचली कमिटी से राष्ट्रीय टीम तक का सफर उन्होने तय किया. बीएनएमयू परिसर में किए गए  बारह व पन्द्रह दिनों के अनशन में उनकी अग्रिम पंक्ति की भूमिका व रणनीति कभी न भूलने वाले पल हैं. खास कर अपने दोस्तों के किसी बात पर इंकार न करने की आदत बहुत याद आएगी.

बताया गया कि प्रभात कुमार मिस्टर (उम्र करीब 30 वर्ष) का मूल घर धबौली था और मधेपुरा नगर परिषद् के वार्ड नं 18 में उनका निज आवास था. युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय स्मृतिशेष प्रभात कुमार मिस्टर के साथ मधेपुरा और सहरसा के अनगिनत युवाओं की यादें जुड़ी हुई हैं.


एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर की असमायिक मृत्यु पर शोक एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर की असमायिक मृत्यु पर शोक Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 20, 2022 Rating: 5

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