उक्त बातें आई जी प्रशिक्षण, पटना विजय कुमार वर्मा शुक्रवार को सदर थाना में लंबित आपराधिक घटना से जुड़े मामले के निरीक्षण के पश्चात प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. निरीक्षण के दौरान आई जी के साथ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सहित पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. आई जी ने सदर थाना में लगभग एक घंटे तक थाने के तमाम विभिन्न मामले से जुड़े अनुसंधानकर्ता के साथ बैठक कर मामले का समीक्षा किया.
उन्होने कहा कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश के आलोक में सदर थाना में लम्बित मामले का समीक्षा किया गया. समीक्षा के दौरान उनहोंने कहा कि कुछ मामले में गिरफ्तारी करने की आवश्यकता है, खासकर हत्या और लूट में शीघ्र गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया.
आई जी श्री वर्मा ने कहा कि पुराने केस में जल्द से जल्द प्रकिया पूरा कर मामले के निष्पादन में तेजी करते हुए आरोप पत्र समर्पित करने का आदेश दिया. उन्होने कहा कि जिले में वारंटियो की गिरफ्तारी संतोष जनक है, लेकिन फरार आरोपी के विरूद्ध कुर्की जब्ती पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है. इसके लिए पदाधिकारी को विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है.
आईजी ने कहा कि जिले के दक्षिण का इलाका आपराधिक गतिविधि को लेकर अतिसंवेदनशील है. इस इलाके में थाना का क्राइम सेन्टर बनाकर लगातार गश्ती और छापेमारी करने का निर्देश दिया गया, साथ ही क्राइम पर त्वरित कार्रवाई के लिए आयी नयी वाहन (102) से त्वरित कार्रवाई के साथ-साथ क्षेत्र में विशेष निगरानी करने का आदेश दिया गया है. उन्होने कहा कि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि थाना क्षेत्र में लगातार गश्ती और बॉर्डर से सटे अन्य जिले के थाना से तालमेल रखने का आवश्यक निर्देश दिया गया है.
मालूम हो कि जिले के दक्षिणी क्षेत्र जिसमें चौसा, पुरैनी, आलमनगर में ढाई दशक पूर्व अपराध और अपराधियों का पुराना इतिहास रहा है, जहां अपराधियों की सामान्तर सरकार चलती थी लेकिन समय के बदलते दौड़ और पुलिसिया दबिश और कार्रवाई ने अपराधियों की कमर तोड़ दी है. कुछ अपराधी पुलिस काउंटर में या गैंगवार में मारे गए और जो कुछ बचे वो जेल की सलाखों में हैं, लेकिन फिलहाल इस इलाके में नये गिरोह के अपराधी सक्रीय हैं. एक बार फिर अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. वैसे पुलिस घटित अपराध का उद्भेदन करने में काफी सफल रहे हैं लेकिन आपराधिक घटना पर अंकुश नहीं लगा है. यह इलाका पूर्णिया, भागलपुर, खगड़िया, सहरसा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण अपराधी अपने मंसूबे में सफल होते रहे हैं. इस बात का इशारा शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय से पंहुचे आईजी प्रशिक्षण विजय कुमार वर्मा ने किया. साथ ही क्राइम सेन्टर बनाकर अपराधियों पर नकेल कसने का आदेश दिया है.
मामले के अनुसंधान की समीक्षा के दौरान एसपी राजेश कुमार, इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार सहित मामले के अनुसंधानकर्ता उपस्थित थे.

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