मुरलीगंज में पंचायत समिति की बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की दुर्दशा समेत उठे कई मुद्दे

आज मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभागार में दिन के 12:30 बजे प्रखंड प्रमुख अब्दुल जब्बार व पंचायती राज पदाधिकारी राजकुमार सिंह उप प्रमुख गौरी देवी की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गई. जिसमें सभी 17 पंचायत के जनप्रतिनिधि एवं प्रखंड स्तरीय विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.

बैठक की शुरुआत पूर्व की बैठक की संपुष्टि के साथ की गई. इस दौरान शिक्षा, जन वितरण, स्वास्थ, मनरेगा, आंगनबाड़ी, बिजली सहित सरकार प्रदत विभिन्न योजनाओं पर चर्चा किया गया. बैठक के बीच में पंचायत समिति की योजनाओं में मनरेगा पदाधिकारी एवं जेई से ही कई मुद्दों पर बात की गई. सदन में बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में अनियमितता का मुद्दा छाया रहा.

आज की बैठक में पुलिस-प्रशासन, स्वास्थ विभाग विद्युत विभाग के पदाधिकारी आज की बैठक से गायब दिखे. बैठक में पंचायत के प्रतिनिधियों, प्रखंड मुख्यालय सभागार में पंचायत समिति की बैठक में आंगनबाड़ी, शिक्षा, प्रधानमंत्री आवास योजना, नल जल योजना आदि का मुद्दा छाया रहा.

सर्वप्रथम आंगनबाड़ी के मुद्दे को उठाया गया और आंगनबाड़ी केंद्रों की दुर्दशा पर जनप्रतिनिधियों ने काफी आक्रोशित होकर कहा कि एक भी आंगनबाड़ी केंद्र सही ढंग से नहीं चल रहा है. सेविका सहायिका मनमाने ढंग से केंद्रों को चलाती है. वहीं पोषाहार वितरण फर्जी तरीके से में दिखाना और महिला पर्यवेक्षिका एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का समय-समय पर पंचायतों में घूम-घूम कर आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया जाना एक अहम मुद्दा रहा. वहीं जनप्रतिनिधियों ने आंगनबाड़ी सेविका द्वारा जन्म प्रमाण पत्र एवं मृत्यु प्रमाण पत्र पांच से लेकर के एक हजार रुपये तक लिए जाने की बात को सदन में उठाया.

किसान सलाहकारों को सलाहकारों द्वारा पंचायत पहुंचकर धान एवं मूंग के बीज की जानकारी नहीं उपलब्ध किये जाने का मुद्दा गरमाया रहा

वहीं सभी 17 पंचायत के आए हुए जनप्रतिनिधियों ने कृषि पदाधिकारी प्रभुनाथ मांझी की जमकर क्लास लगाई. उन्होंने कहा कि कृषि विकास भवन में बैठकर किसान सलाहकारों द्वारा दिन व्यतीत किया जाता है. कोई भी किसान सलाहकार गांव-गांव जाकर किसानों से या जनप्रतिनिधियों से नहीं मिलता है. कृषि समन्वयक भी कभी प्रखंड के पंचायतों का दौरा नहीं करते, बस ऑफिस में बैठकर गप्पे मारते हैं. ऑफिस नहीं आने पर भी उनकी खाना पूर्ति हो जाती है. वहीं आज की बैठक में प्रखंड कृषि पदाधिकारी के तबादले की मांग सभी जनप्रतिनिधियों ने एक सुर में पंचायती राज पदाधिकारी के सामने रखी.

नल जल योजना पर जमकर हुई बहस, बताया पूरी तरह इस योजना को विफल

आज की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा पंचायतों में हो रही पानी की समस्या को देखते हुए नल जल योजना को ड्रीम प्रोजेक्ट पीएचडी विभाग के कनीय अभियंता विक्रांत काशव्य कुछ जनप्रतिनिधियों ने जमकर कोसा. जोरगामा मुखिया टुनटुन साह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पानी मिल सके लेकिन सभी 17 पंचायतों में मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरी तरह विफल साबित हो रहा है. सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल धरातल पर पूरी तरह नहीं उतर सका है. वार्ड में नल जल योजना लगा है लेकिन किसी को एक बूंद पानी भी नसीब नहीं हुआ है. तेज व चिलचिलाती धूप में ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. गर्मी के कारण कई घरों में चापाकल का पानी सूख गया है. दूसरी ओर नल जल योजना भी पूरी तरह विफल है. पंचायत के अधिकतर भागों में नल जल योजना का लगभग यही हाल है. हर घर नल जल योजना ग्रामीणों के लिए छलावा साबित हो रही है. सरकार की सात निश्चय योजना में नल जल योजना प्रमुख है. ग्रामीणों को पानी मिलेगा तथा उनकी पानी की समस्याएं दूर होगी.

वहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के बैठक में उपस्थित नहीं होने एवं अपने एक प्रतिनिधि को भेजने पर सदन में काफी गर्माहट हो गई. मौके पर रामपुर जनप्रतिनिधि नवसृजित विद्यालय वार्ड नंबर 5 में इस विद्यालय के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि दिन के 2:00 बजे ही शिक्षक ताला लगाकर फरार हो जाते हैं. वहीं प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी को इसकी जानकारी भी दी गई है, इसके बावजूद प्रखंड के विद्यालयों का वह औचक निरीक्षण नहीं करते हैं जिससे शिक्षक मनमाने ढंग से विद्यालय आते हैं और अपने ढंग से विद्यालय को बंद करके चले जाते हैं. बच्चों की उपस्थिति प्रत्येक विद्यालय में कम रहती है और वहीं शिक्षक 80 से 90% बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में प्रतिदिन दिखाते हैं.

आज के बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के नहीं आने पर सदन में जनप्रतिनिधियों ने जमकर बवाल काटा और कहा कि इन विभाग के पदाधिकारियों को जब बैठक की सूचना भेजी गई थी तो फिर क्यों नहीं उपस्थित हुए. जिसमें सभी तीनों बैंक के शाखा प्रबंधक, पुलिस पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, प्रखंड आपूर्ति विभाग, विद्युत आपूर्ति उप केंद्र के पदाधिकारियों के उपस्थित नहीं होने को खेदपूर्ण बताया. 

वहीं बैठक में आलोक रंजन हरिपुर कला, मदन यादव पड़वा नवटोल, रानी सिंह भतखोड़ा, गजेंद्र यादव पोखराम परमानन्दपुर, दयानन्द यादव बेलो, दिलीप कुमार दिनापट्टी सखुआ, आशुतोष कुमार- रामपुर, प्रियंका कुमारी गंगापुर, अनिता कुमारी मुखिया रजनी, विकास कुमार दिग्घी, टुनटुन साह जोरगामा, राधा देवी कोल्हायपट्टी डुमरिया सभी पंचायत के जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.

मुरलीगंज में पंचायत समिति की बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की दुर्दशा समेत उठे कई मुद्दे मुरलीगंज में पंचायत समिति की बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की दुर्दशा समेत उठे कई मुद्दे Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 29, 2022 Rating: 5

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