जिसमें सबसे पहले सभी सदस्यों और अधिकारियों का परिचय कार्यक्रम के बाद कार्यपालक पदाधिकारी बीपीआरओ आदित्य विक्रम ने बताया कि गत बैठक में कुल 44 योजना ली गई थी. जिसे सभी सदस्यों के द्वारा प्रस्तावित किया गया था. जिसके बाद सीएचसी सिंहेश्वर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार ने बताया कि सीएचसी में नाला निर्माण तो किया गया है लेकिन बरसात आने वाली है नाला का काम पूरा नहीं हो सका है तथा सीएचसी में एक स्ट्रीट लाइट की जरूरत है.
वहीं आयुष्मान भारत का कार्ड बन रहा है. जिनका नया नाम जुड़ा है तो वह अपना कार्ड बनवा लें तथा कुपोषित बच्चों को सीएचसी में चल रहे एनआरसी में इलाज के लिए जरूर भर्ती कराये. अस्पताल में 12 चिकित्सकों के जगह मात्र 06 चिकित्सक पदस्थापित हैं. जिसमें दो शिशु रोग विशेषज्ञ, एक दन्त चिकित्सक व तीन सामान्य चिकित्सक हैं. वहीं ईटहरी गहुमनी के पंसस जयकांत कुमार ने बताया कि वार्ड 12 में आशा की बहाली नहीं हुई है. एक ही भवन में ग्राम पंचायत, ग्राम कचहरी व स्वास्थ्य केंद्र चलता है. बैहरी के पंसस ने बताया कि अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति दयनीय है. यहां कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है. जिस वजह से चहारदीवारी निर्माण में कठिनाई हो रही है. बड़हरी उप स्वास्थ्य केन्द्र में हो रहे भवन निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है. जिसकी सूचना सीएचसी के अधिकारियों को दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. स्वास्थ्य सेवा के लिए वहीं पर एक भवन में स्वास्थ्य सेवा बहाल किया जा सके.
मानपुर वार्ड नंबर 8 में बंद पड़े स्वास्थ्य केन्द्र को चालू कराने की मांग की. वहीं आये दिन सड़क दुर्घटना बढ गई है लेकिन सीएचसी सिंहेश्वर में समय पर चिकित्सक नही रहते हैं और फोन भी अनरिचेबल रहता है. एंबुलेंस की सेवा नहीं मिलती है इसे सुधारा जाए. सदन में डा. एस.एन. यादव की अनुपस्थिति का मामला जोड़ पकड़ लिया और उप प्रमुख मुकेश यादव ने पूछा तो डा. एसएन यादव ने स्पष्टीकरण में बताया कि उनका बी.पी. नहीं बढ़ा था. उसने सवालिया अंदाज में पूछा कि क्या आपने मेरा गलत बीपी जांच किया. अगर आप सही थे तो उस चिकित्सक पर क्या कार्रवाई की गई. उसके डयूटी से गायब रहने के कारण कई लोगों की मौत हो गई है.
सदस्यों ने मनरेगा पीओ भोला दास पर जनप्रतिनिधियों को आपस में लड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि हर पंचायत में समिति की योजना को बाधित करने का काम किया जा रहा है. वहीं उप प्रमुख ने समिति सदस्य के लिए एक अलग रजिस्टर तैयार करवाने के बाद भी उसका योजना ऑनलाइन नहीं करने के कारण समिति मद का विकास का कार्य 3 माह से बाधित है. वहीं पीओ भोला दास ने बताया कि समिति मद के योजना में सुखासन में जिला परिषद के विरोध के कारण मामला फंस गया है. आवास योजना में आरोप लगाया कि आवास योजना से संबंधित सूची उपलब्ध कराया जाए. बीपीआरओ विक्रम ने स्पष्ट रूप से एक सप्ताह के अंदर भौतिक प्रतिवेदन एवं वित्तीय प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का आदेश दिया.
वहीं बाल विकास परियोजना के एल.एस. से कई सवाल किए वहीं श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी संतोष कुमार झा ने श्रमिको के विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया. सदन में नहीं पहुंचे अधिकारियों ने त्रिस्तरीय पंचायती राज के सदन का अपमान करने की चर्चा हुई और सदस्यों ने कहा कि सदन से अनुपस्थित अधिकरियों पर सदन की अवेहलना करने के कारण जिला पदाधिकारी और पंचायती राज विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाय.
मौके पर पूर्व प्रमुख माधवी सिंह, चंद्र कला देवी, मनीष कुमार, अर्जुन आलोक, नुतन देवी, मंजु देवी, पुजा देवी, शोभा देवी, माधव मेहता, राजु सिंह, सुनिता देवी, जयकांत कुमार, मुखिया किशोर कुमार पप्पू, विजय सिंह, जय कृष्ण शर्मा, जय कृष्ण रजक, मुंदरीका देवी सहित अन्य मौजूद थे.
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