उक्त बातें हिन्दी विभागाध्यक्ष सह मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ ऊषा सिन्हा ने कहा. वे धीरज के अंतर महाविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता से लौटने पर विभाग में बधाई देते हुए बोल रहीं थीं. हरि प्रसाद साह महाविद्यालय निर्मली सुपौल में आयोजित अंतर महाविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता में धीरज कुमार को द्वितीय स्थान प्राप्त होने पर इन्हें भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के छात्र कल्याण पदाधिकारी डॉ पवन कुमार, खेल सचिव डॉ अबुल फजल, उप सचिव डॉ शंकर मिश्रा, एच.पी.एस. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ उमाशंकर चौधरी व अन्य के द्वारा शील्ड, मेडल व प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया गया.
डॉ सिन्हा ने यह भी बताया कि धीरज विभाग का एक नियमित छात्र होने के साथ बहुमुखी प्रतिभा का भी धनी है. साथ ही शतरंज में इनकी गहरी रूचि है. ये शतरंज के क्षेत्र में और आगे बढ़ें, अपना व विभाग का नाम इसी तरह रौशन करें. मेरी शुभकामनाएं सदैव इनके साथ है.
डॉ विनय कुमार चौधरी ने कहा कि धीरज की रूचि कविता में भी है. ये कवि भी हैं, इसी तरह हर क्षेत्र में आगे बढ़ते रहें. वहीं डॉ पूजा गुप्ता ने कहा कि अच्छा लगता जब विभाग का कोई छात्र अपनी प्रतिभा के बदौलत विभाग का नाम रौशन करता है. इसी कड़ी में धीरज ने शतरंज प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विभाग का मान बढ़ाया है. जे.आर.एफ. विभीषण कुमार ने कहा कि धीरज हर सकारात्मक कार्यों में रूचि रखने वाला छात्र है और हर गतिविधि में हिस्सा लेता रहा है.
ज्ञात हो कि इस बार अंतर महाविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता के लिए हरि प्रसाद साह महाविद्यालय निर्मली सुपौल का विश्वविद्यालय द्वारा चयन किया गया था. जहां दो दिवसीय आवासीय शतरंज प्रतियोगिता में पूरे विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों व महाविद्यालयों से खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था.
खेल उप सचिव डॉ शंकर मिश्रा ने बताया कि आगामी अंतर विश्वविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता व एकलव्य प्रतियोगिता के लिए भी धीरज का चयन कर लिया गया है.
सूर्यनारायण यादव व जयमाला देवी के पुत्र धीरज कुमार रजनी के रहने वाले हैं. इनके माता पिता बताते हैं कि धीरज बचपन से ही शतरंज में गहरी रुचि रखता है और आज हमें काफी खुशी है कि इन्होंने महाविद्यालय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है.
धीरज ने बताया कि उन्हें विभाग द्वारा ढेर सारा बधाई, प्यार, स्नेह व आशीर्वाद मिलता रहा है. इसी का परिणाम है उन्हें सफलता मिली है. इस तरह से सम्मानित होने पर उन्हें बेहद खुशी है. उन्होंने बताया कि निरंतर अभ्यास से उन्हें सफलता मिली है. धीरज ने कहा कि अब उनका लक्ष्य आगामी अंतर विश्वविद्यालय शतरंज प्रतियोगिता में अव्वल आना है. इसके लिए अभी से उनका अभ्यास लगातार जारी रहेगा.
इस अवसर पर राज किशोर, सुनील कुमार, सीनेटर द्वय डॉ नरेश कुमार, रंजन यादव, डॉ शांति यादव, ई० रवीन्द्र यादव, डॉ ओम प्रकाश ओम, आशीष अमन, धीरज राय, चंदन, अखिलेश सहित अन्य ने बधाई व शुभकामनाएं दी है.
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