मनोहर मेहता हत्याकांड: चश्मदीद की पिटाई मामले में डीएसपी सहित सात पुलिस अधिकारी के खिलाफ परिवाद दायर

बिहारीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर डेहरू गांव में 24 दिन पूर्व हुए दूध डेयरी संचालक मनोहर मेहता हत्याकांड के चश्मदीद की पिटाई के विरोध में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ उदाकिशुनगंज अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में परिवाद दायर किया है। जिसमें कई तरह के गंभीर आरोप लगाएं गए हैं। इस घटनाक्रम में उदाकिशुनगंज के डीएसपी सतीश कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर शशिभूषण सिंह, थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर जयप्रकाश चौधरी, एएसआई सुरेंद्र कुमार सिंह, बिहारीगंज के तत्कालीन  थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, तकनीकी सेल के धीरेन्द्र कुमार एवं अन्य एक तकनिकी सेल के ही कर्मी को आरोपित किया गया है। 

परिवाद उदाकिशुनगंज अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में श्री शिव कुमार अनुमंडल मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष दायर किया गया है। परिवाद पत्र की संख्या 80/2022 दिनांक 21.04.2022 है। परिवाद के प्रार्थी बिहारीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर डेहरू वार्ड संख्या 09 के स्व. दशरथ मेहता के पुत्र नीरज कुमार (26) हैं। यह मामला चश्मदीद श्यामलकिशोर मेहता और मृतक के मौसेरे भाई संतोष कुमार के बर्बरता पूर्ण पिटाई के खिलाफ दायर किया गया है। आरोप है कि इन पुलिस अधिकारियों ने चश्मदीद और स्वजन के साथ बेरहमी से मारपीट की। जिसमें दोनों बुरी तरह ज़ख्मी हैं। पुलिस पिटाई के कारण चश्मदीद का दिमागी हालत खराब हो गया है। वह पीएमसीएच पटना में ईलाजरत है। वह जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। घटना की तिथि 11 से 19 अप्रैल 2022 तक लगातार बताया गया है। घटना स्थल बिहारीगंज थाना परिसर बताया गया है।अंदर धारा 323, 324, 120 बी 166, 307, 386, 385, 379, 504, 506, 34 भादवि के तहत परिवाद दायर किया गया है।‌ इस घटनाक्रम में पांच गवाहों के नाम का उल्लेख किया है। न्यायालय में परिवाद के माध्यम से बताया गया कि जरूरत पड़ने पर और गवाह सामने आएंगे।‌

परिवाद में बताया गया है कि प्रार्थी नीरज कुमार चश्मदीद श्यामल किशोर के भाई हैं। वह एक सीधा-साधा व्यक्ति है जो गांव समाज वह कानून में विश्वास रखकर अपने परिवार के साथ जीवन यापन क्या करते हैं।  ठीक विपरीत अभियुक्तगण पद की गरिमा व मर्यादा के विपरीत भारी मनबढू , अड़ियल, कानून व वर्दी को बदनाम करने वाले व्यक्ति हैं, जो बराबर समाज में कुकृत्य तथा कानून विरुद्ध काम करने में महारत हासिल  हैं । नामित पुलिस अधिकारी बराबर अपने कुकृत्य से कानून एवं पुलिस प्रशासन के नाम पर धब्बा लगाने का काम करते हैं । परिवादी के एक ग्रामीण मनोहर मेहता की हत्या दिनांक 31.03.2022 के सुबह में होने के कारण बिहारीगंज थाना में मामला दर्ज कराया गया। केस में परिवादी के भाई श्यामल किशोर मेहता एवं अन्य का गवाह में नाम है। दिनांक 11 अप्रैल से ही परिवादी के उक्त भाई के ऊपर नामित अभियुक्त के चश्मदीद गवाही नहीं देने के लिए दवाव बनाने लगा।  जिसे लेकर परिवादी के गांव का दौरा बराबर अभियुक्तगण करते रहे और परिवादी के भाई को डांट फटकार करता रहा । दिनांक 15 अप्रैल 2022 को चौकीदार द्वारा परिवादी के  चश्मदीद भाई श्यामलकिशोर मेहता को यह कहते हुए बुलाया गया कि डीएसपी साहब बिहारीगंज थाना पर हैं।  पूछताछ करने के लिए बुलाया है । जहां परिवादी के भाई दिन के 8:00 बजे थाना जाने हेतु निकला और साथ में टेंट का सामान खरीदने के लिए 23 हजार रूपया भी अपने साथ लेते गए। जहां बिहारीगंज थाना में नामित पुलिस अधिकारी पहले से मौजूद थे। इन अधिकारियों ने हत्याकांड के नामजद आरोपितों के खिलाफ बयान देने का दबाव बनाया। जब विपरीत बयान देने से इंकार किए तो  मारपीट किया तथा गुप्तांग (प्राइवेट पार्ट) में पेट्रोल भी डाला गया।  संध्या होने की वजह से परिवादी अन्य ग्रामीणों के साथ थाना परिसर गया । जहां मारपीट करने की वजह से अपने भाई के चीखने चिल्लाने की आवाज सुना तो दंग रह गया । वहां मौजूद अभियुक्त डीएसपी एवं पुलिस निरीक्षक उदाकिशनगंज से परिवादी मारपीट करने के बाबत पूछने पर कि क्यों इसके साथ मारपीट किया जा रहा तभी अभियुक्त संख्या एक डीएसपी एवं पुलिस निरीक्षक उदाकिशुनगंज दोनों तेज गुस्सा में आ गए और बोले कि यहां से भागो अन्यथा सर सरकारी कर्मी के कार्यों में बाधा डालने के केस में तुम सब को भी फंसा कर अंदर कर देंगे। चश्मदीद की पुलिस द्वारा पिटाई करने से मानसिक संतुलन खराब हो गया है।  आरोप है कि आरोपित पुलिस अधिकारी ने चश्मदीद के घर पहुंच कर दस लाख रंगदारी भी मांगी। मालूम हो कि चश्मदीद की पुलिस पिटाई का मामला गंभीर बना हुआ है। इसका विरोध हर ओर हो रहा है। पिछले दिनों बजरंग दल के द्वारा पुलिस के खिलाफ आक्रोश मार्च भी निकाला गया। भाजपा सहित अन्य दल के नेताओं ने विरोध जताया है। कई संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दे रखी है। हालांकि परिवाद में न्यायालय द्वारा संज्ञान लेना बाकी है। कोर्ट आगे क्या निर्णय लेगी। आने वाले समय में सब की निगाह अब कोर्ट पर है।

(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)

मनोहर मेहता हत्याकांड: चश्मदीद की पिटाई मामले में डीएसपी सहित सात पुलिस अधिकारी के खिलाफ परिवाद दायर मनोहर मेहता हत्याकांड: चश्मदीद की पिटाई मामले में डीएसपी सहित सात पुलिस अधिकारी के खिलाफ परिवाद दायर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 21, 2022 Rating: 5

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