यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ई० मुरारी ने कहा कि आज हमलोगों ने चार महापुरुषों को याद कर रहे हैं शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के शहीदी दिवस पर देश के इन वीरों के अमर बलिदान का हर देशवासी सदा ऋणी रहेगा। भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव भारत के वो सच्चे सपूत थे, जिन्होंने अपनी देशभक्ति और देशप्रेम को अपने प्राणों से भी अधिक महत्व दिया और मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर कर गए। 23 मार्च यानि, देश के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों को हंसते-हंसते न्यौछावर करने वाले तीन वीर सपूतों का शहीद दिवस। यह दिवस न केवल देश के प्रति सम्मान और हिंदुस्तानी होने वा गौरव का अनुभव कराता है, बल्कि वीर सपूतों के बलिदान को भीगे मन से श्रृद्धांजलि देता है।व भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजवादी चिंतक डॉ राम मनोहर लोहिया जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। अपने तेजस्वी समाजवादी विचारों से लोहिया जी ने समाज में नए आदर्श स्थापित किए।
गुड्डू यादव व ओम यदुवंशी ने कहा कहा कि आदमी को मारा जा सकता है उसके विचार को नहीं। बड़े साम्राज्यों का पतन हो जाता है लेकिन विचार हमेशा जीवित रहते हैं और बहरे हो चुके लोगों को सुनाने के लिए ऊंची आवाज जरूरी है।' बम फेंकने के बाद भगतसिंह द्वारा फेंके गए पर्चों में यह लिखा था।आज हमलोग सभी वीर सपूतों को याद करके उन्हें याद कर रहे हैं।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय अध्यक्ष सौरभ कुमार,विवेक कुमार ,अंकेश कुमार ,गौरव कुमार , गौतम कुमार इंदल यादव, हिमांशु कुमार, राजा यदुवंशी, दिलखुश कुमार, लालकेश्वर यादव, पुष्पक कुमार, सुशील कुमार ,मनीष कुमार आदि दर्जनों छात्र नेता मौजूद थे।
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