इस दौरान लोगों द्वारा मनमोहक झांकी भी निकाली गई. संत शिरोमणि की जयकारा से पूरा माहौल भक्तिभाव से परिपूर्ण हो गया. इस दौरान कामेश्वर पासवान, सुबोध ऋषिदेव, परशुराम महाराज, विनोद राम, मनी राम, मनोज राम, अजय राम, मुन्ना राम, रविंद्र राम सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए. इस दौरान परशुराम महाराज ने बताया कि जाति-जाति में जाति है, जो केतन के पात.
रैदास मनुष्य न जुड़ सके जब तक जाति न जात
अपनी रचनाओं से समाज मे प्रेम, सौहार्द्र, भाईचारा और ज्ञान का अखण्ड दीप प्रज्वलित करने वाले सामाजिक और समरसता के प्रतीक संत परम्परा के महान योगी और परम् ज्ञानी संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर उन्हें शत शत नमन साथ ही यह भारत देश ऐसे संत शिरोमणि का देश है इसका सदा गर्व रहेगा.
वहीं समारोह के आयोजक ने बताया कि संत शिरोमणि समारोह दो दिवसीय कार्यक्रम है, जिसमें विद्वान संतो के द्वारा रविदास की जयंती को लेकर विस्तार से चर्चा की जाएगी. इसके अलावे प्रवचन विषय कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा. वहीं नगर पंचायत के ओराडीह में सत्संग का आयोजन किया गया है.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
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