इस बात की जानकारी कृषि विभाग को आवेदन से पहले देना चाहिए. इस वजह से हजारों किसानों के आवेदन निरस्त कर दिया गया. इस के साथ कृषि समन्वयक के लापरवाही या किसी अलग खेल के वजह से सही किसान जिस के नाम से आवेदन तथा करेंट लगान रसीद होने के बावजूद भी उसके आवेदन भी निरस्त कर दिया गया.
ऐसे किसानों में कुंदन कुमार बंटी, चिरौरी पंचायत के पूर्व सरपंच संतोष कुमार भगत, रुदल भगत, अरुण कुमार, संजीव कुमार यादव, अजहरुद्दीन, मोहम्मद शफीक अहमद, मोहम्मद एहसान, संजीदा खातून समेत दर्जनों किसानों ने सही आवेदन को रिजेक्ट किए जाने का विरोध किया.
वहीं इस संदर्भ में कृषि पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव ने बताया कि जो भी किसान को लग रहा है कि हमारा डॉक्यूमेंट सही है. सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुरूप है. वह मुझे आवेदन दें या आरटीआई लगाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि हमारा आवेदन किस वजह से निरस्त किया गया. हम संबंधित कर्मी से जवाब तलब करेंगे अगर आवेदन निरस्त करने का कारण संतोषजनक नहीं हुआ तो संबंधित कर्मी पर कार्रवाई की जाएगी तथा उसकी पूरी जवाबदेही उस कर्मी की होगी. फुलौत के अरुण कुमार ने कहा कि इस संदर्भ में हमने आलमनगर के वर्तमान विधायक नरेंद्र नारायण यादव समेत जिला पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकार को भी जानकारी दी गई है. अब देखते हैं आगे क्या होता है.
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