12 बार कोरोना वैक्सीन लेकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का पोल खोलने वाले 84 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल पर प्राथमिकी दर्ज
खबर सामने आने के बाद सिविल सर्जन के आदेश पर सीएचसी प्रभारी पुरैनी के द्वारा इनके खिलाफ पुरैनी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
बता दें कि पुरैनी प्रखंड के औराय गांव के रहने बाले 84 वर्षीय सेवानिवृत्त डाक कर्मी ब्रहमदेव मंडल ने अलग-अलग जगहों पर चल रहे कोरोना टीकाकरण स्थल पर जाकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को देकर 12 कोरोना के टीके लगवा लिए, जो गैर कानूनी है. नियम के मुताबिक हर किसी को 84 दिन के अंतराल में दो टीके लेना है, लेकिन ब्रहमदेव मंडल द्वारा एक ही आईडी पर 09 टीके लगवाना विभाग की लापरवाही को दर्शाता है. इसका खुलासा उन्होंने खुद किया था.
मामले की जांच करने के बाद मधेपुरा के सिविल सर्जन डॉ. अमरेंद्र प्रताप शाही ने पुरैनी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरुण कुमार को आदेश दिया कि 12 टीके लेने वाले ब्रहमदेव मंडल पर कोरोना गाइडलाइंस उल्लंघन का मामला दर्ज करें. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने स्वास्थ्य कर्मी को धोखा में डालकर 12 कोरोना वैक्सीन लेने बाले ब्रहमदेव मंडल पर एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखित आवेदन पुरैनी थाना में दे दिया है.
बता दें कि बह्मदेव मंडल की उम्र आधार कार्ड पर 84 वर्ष है. वे डाक विभाग में काम भी करते थे. फिलहाल सेवानिवृति के बाद गांव में ही रहते हैं. उनके मुताबिक उन्होंने अपना पहला कोरोना टीका 13 फरवरी को पुरैनी पीएससी में लगवाया था. 13 फरवरी से 30 दिसम्बर 2021 के बीच उसने वैक्सीन की 11 डोज ले ली है. बह्रदेव मंडल ने अपना टीका लेने का पूरा डिटेल डेट, टाइम और स्थान कागज में लिख कर रखा है.
बह्मदेव ने कब कब लिया टीका:
13 फरवरी को बुजुर्ग ने पहला डोज पुरैनी पीएससी में लगवाया, दूसरा डोज भी 13 मार्च को पुरैनी पीएचसी में ही लगवाया, तीसरा 19 मई को औराय उप स्वास्थ्य केंद्र में लगवाया, चौथा 16 जून को भूपेंद्र भगत के कोटा पर लगे कैम्प में लगवाया, पांचवा 24 जुलाई को पुरैनी बड़ी हॉट स्कूल पर लगे कैम्प में लगवाया, छठा 31 अगस्त को नाथबाबा स्थान कैम्प में, सातवां 11 सितम्बर को बड़ी हाट स्कूल पर ही, आठवां सूई 22 सितम्बर को बड़ी हाट स्कूल पर ही, नौवां वैक्सीन 24 सितम्बर को स्वास्थ्य उप केंद्र कलासन में लिया, 10 वां टीका उसने खगड़िया जिला के परबत्ता में लिया और 11 वां इंजेक्शन उसने भागलपुर के कहलगांव में लिया और 12 वां चौसा में लिया।
स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
मधेपुरा के इस अनोखे मामले से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. एक व्यक्ति को 12 बार टीका लगाने से टीकाकारण प्रक्रिया सवालों के घेरे में है. इस घटना के सामने आने से स्वास्थ्य महकमा भी हरकत में आ गया है. सिविल सर्जन डॉ.अमरेंद्र प्रताप शाही ने मामले की जांच की. जिसके बाद पुरैनी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरुण कुमार को आदेश दिया कि 12 टीके लेने बाले ब्रहमदेव मंडल पर कोरोना गाइडलाइंस उल्लंघन का मामला दर्ज करें. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने स्वास्थ्य कर्मी को धोखा में डालकर 12 कोरोना वैक्सीन लेने बाले ब्रहमदेव मंडल पर एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखित आवेदन पुरैनी थाना में दे दिया और शनिवार को ब्रह्मदेव मंडल पर पुरैनी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है.
इस बाबत ब्रह्मदेव मंडल का कहना है कि उनसे मिलने जिला से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आए थे और उनसे कहा गया कि आपकी वजह से हमलोग फंस रहे हैं, एएनएम और स्वास्थ कर्मी की नौकरी चली जायेगी. तो हमने कहा की मैं किसी के पेट पर लात नहीं मारना चाहता हूं हमको फायदा हुआ इसलिए वेक्सिन लिया और हमने लिखित दिया. लेकिन मेरे ऊपर केस कर दिया गया है, ये लोग अपना नाकामी छुपाने के लिए ऐसा किया है।
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