मामला यह है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को पुरैनी मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में झंडोत्तोलन के लिए वार्डन और संचालक आपस में भिड़ गए. सुबह झंडा फहराने के लिए संचालक और वार्डन दोनों पूरी तैयारी में कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पहुंचे थे. संचालक राजेश कुमार जब झंडोत्तोलन के लिए तैयारी कर रहे थे तो वार्डन श्वेता भारती ने कहा वो झंडा फहराएंगी. वार्डन ने संचालक को DPO और DEO से बात करने को कहा तो संचालक ने कहा कि मेरी बात हुई है, झंडा तो हम ही फहराएंगे. इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को वरीय अधिकारी से पूछने को कहा.
इसी बीच राजेश, श्वेता को नजर अंदाज कर झंडे के रस्सी को थाम लिया. मौका हाथ से जाता देख वार्डन ने भी रस्सी के एक छोर को पकड़ लिया. दोनों रस्सी को खींचने लगे, इस बीच तिरंगा फहर गया. इसके बाद संचालक और वार्डन आपस में बहस करने लगे. दोनों एक-दूसरे पर चिल्लाने लगे. वार्डन ने कहा कि मैं 26 जनवरी को फहराऊंगी आप 15 अगस्त को फहराना. संचालक ने कहा कि आप जिला मुख्यालय से पता करवा लीजिए. संचालक और वार्डन दोनों झंडा फहराने का दावा कर रहे थे. हालांकि, दोनों की खींचतान में ध्वजारोहण हो गया. दोनों की नोक-झोंक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
इस संबंध में संचालक राजेश कुमार ने बताया कि लगातार गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर मेरे द्वारा ही झंडोत्तोलन किया जाता है. आज भी पूर्व की भांति झंडोत्तोलन करने गए लेकिन अचानक से वार्डन के द्वारा इस तरह के व्यवहार से मैं स्वयं अचंभित हूं. वहीं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की वार्डन श्वेता भारती का कहना है कि कई कस्तूरबा विद्यालय में वार्डन के द्वारा ही झंडोत्तोलन किया गया है.
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