इस अवसर पर पीएसएम के एचओडी डा. मनोज कुमार ने सेमिनार मेडिकल कालेज के उपस्थित सभी विभागाध्यक्षों, छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कोरोना वायरस के उत्थान से लेकर वैक्सीनेशन तक का एक सटीक विश्लेषण किया कि कैसे चीन के वुहान के लैब से कोरोना निकल कर पूरे विश्व को अपने जाल में जकड़ लिया और कैसे समूचे विश्व का पहिया इस महामारी के कारण रूक सा गया। आज देश दुबारा पटरी पर लौट रहा है। इसका सबसे बडा कारण वैक्सीन है। भारत में तैयार कोविशिल्ड और कोवेक्सीन वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और इससे उत्पन्न होने वाले साईड इफेक्ट नगण्य है। इसके तैयार होने की कहानी सिलसिले वार ढंग से बताते हुए कहा 330 वैक्सीन पर ट्रायल किया गया। लेकिन 22 वैक्सीन ही पूरे दुनिया में दिया जा रहा है। उसमें से भी डब्लूएचओ से 6 से 8 वैक्सीन को ही मान्यता मिली है। साथ ही उन्होंने बताया 30 वैक्सीन फेज वन के क्लिनिकल ट्रायल में है और 30 वैक्सीन फेज वन और फेज टू के किल्नीकल ट्रायल में है। 25 वैक्सीन फेज 3 के क्लिनिकल ट्रायल में है। 8 वैक्सीन फेज 4 के क्लिनिकल ट्रायल में चल रहा है। उन्होंने कहा भारत बायोटेक का इंट्रा नोजल वैक्सीन अभी अंडर ट्रायल में है और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन पर किल्नीकल ट्रायल चल रहा है।
मौके पर मेडिकल कालेज के अधीक्षक डा. बैधनाथ ठाकुर, डा. गुलाम तबरेज, डा. राकेश कुमार डा. कन्हैया झा, डा. सतीश कुमार, डा. पूनम कुमारी, डा. विपिन कुमार, डा. एसके चौधरी, डा. विनोद कुमार, डा. नगीना चौधरी, डा. जितेंद्र कुमार, नर्सिंग स्टाफ और छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
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