लाखों की राजस्व राशि देने वाली हाट की स्थिति प्रशासनिक उपेक्षा से है नारकीय

 मधेपुरा जिले के पुरैनी मुख्यालय बाजार स्थित बड़ी हाट बदहाली के दंश झेल रहा है। सरकार की मंशा थी कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार सजे और ग्रामीणों को साग-सब्जियों सहित दैनिक उपयोगी वस्तुएं एक ही परिसर में उपलब्ध हों। साथ ही गांव के लोगों को उनके उत्पादन का घर बैठे सही लाभ मिल सके। लोगों को अपने साग-सब्जियों की बिक्री के लिए दूर दराज के मंडियों में न भटकना पड़े। 

पुरैनी के बड़ी हाट को इलाके के लोग प्रखंड में चर्चित हाट के नाम से जानते है. हल्की बारिश में हाट की स्थिति नरक से भी बदतर हो जाती है इस कारण गरीब किसान व फुटकर दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही है. दर्जनों फुटकर दुकानदारों बताते है कि हमलोगों को हाट परिसर में जगह नहीं मिलने के कारण सड़क के किनारे अपनी दुकान लगाकर अपने जीविकोपार्जन करते है. 

वहीं बड़ी हाट परिसर में स्थिती इतनी बद से बदतर हो गई है की हाट में सूअर झुंड में चरते दिखाई पड़ते हैं और उक्त हाट महज मांस और मछली बेचने वालो का हाट बनकर रह गया है। इतना ही नहीं जिस दिन बारिश होती है हाट में खड़ा रहना भी मुश्किल हो जाता है. जिस कारण मछली विक्रेता को सड़क पर मछली बेचना पड़ता है। वहीं विभागीय अधिकारी लापरवाह बने हुऐ हैं और आमजन नाक पर हाथ रखकर मांस मछली खरीदने को विवश हैं


छोटी हाट में जाम की समस्या होती है उत्पन्न: अतिक्रमण कारियों के कारण जहां छोटी हाट परिसर का जगह संकरा हो गया है. मुख्यालय सहित आस पड़ोस के गांव के लोग हाट करने बाजार आते है. लोगों की अत्यधिक भीड़ हो जाने के कारण हाट परिसर के साथ साथ बाजार में भी जाम  की समस्या उत्पन्न हो जाती है.  


मूलभूत सुविधाओं का है अभाव: मुख्यालय बाजार सहित हाट में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. थोड़ी सी बारिश में बड़ी हाट सहित मुख्यालय बाजार के दुर्गा स्थान, सेंट्रल बैंक व अन्य कई जगहों पर मुख्य सड़क पर घुटने भर पानी का जल जमाव हो जाता है. जिस कारण हाट सालों भर बदहाली की आंसू बहाने को विवश है.



लाखों की राजस्व राशि देने वाली हाट की स्थिति प्रशासनिक उपेक्षा से है नारकीय लाखों की राजस्व राशि देने वाली हाट की स्थिति प्रशासनिक उपेक्षा से है नारकीय Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 02, 2021 Rating: 5

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