घटना के संबंध में मृतक के परिजन व अन्य ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को लगभग 4:00 बजे काजल के दादा सीताराम यादव बहियार में मवेशी चरा रहे थे. जिस दौरान काजल दादा के पास जा रही थी कि रास्ते में ईंट उद्योग के लिए काटी गई मिट्टी वाली गड्ढे में काजल का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूब गई, जिसको कोई नहीं देख पाया. जब काजल शाम तक घर नहीं पहुंची तो उनके परिजनों ने खोजबीन शुरू किया. शुक्रवार शाम से शनिवार के 12:00 बजे तक खोजते रहे लेकिन काजल का कोई अता पता नहीं चला. वहीं उसी बहियार में एक किसान ट्रैक्टर लेकर खेत जुताई करने जा रहे थे कि गड्ढे में एक बच्ची की लाश देखकर उन्होंने शोर मचाया.
सूचना मिलते ही परिजन एवं ग्रामीण वहां पहुंचकर बच्चे की पहचान की लेकिन काफी देर होने के कारण बच्चे की मौत हो गई थी. घटना के बाद मृतक के परिजनों में हाहाकार मच गया और गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने ईट उद्योग मालिक एवं जमीन मालिक को लेकर खासी नाराजगी व्यक्त की. स्थानीय लोग मालिक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. वहीं ओपी अध्यक्ष कमलेश प्रसाद ने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेजा जा रहा है, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा.

No comments: