वैक्सीनेशन सेंटर पर करीब 100 लोग कोरोना रोधी वैक्सीन लेने पहुंचे थे लेकिन 18-44 वाले में वैक्सीन 77 लोगों को ही दिया गया. दूर-दूर से आए लोग घंटों इंतजार के बाद बिना वैक्सीन लिए ही बैरंग लौट गए. वैसे अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि वैक्सीन खत्म हो जाने के कारण मात्र 77 लोगों को ही कोरोना रोधी वैक्सीन दिया गया है लेकिन दूसरी और संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को हड़ताल पर चले जाने से वैक्सीनेशन से लेकर स्वास्थ्य से संबंधित अन्य कार्य भी प्रभावित हुआ है.
बिहार सरकार द्वारा संविदा कर्मियों की मांगों को पूरा नहीं करने पर संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर चले गए. वैसे घैलाढ़ पीएचसी में कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मी पिछले करीब 1 सप्ताह से सरकार द्वारा मांगे पूरा नहीं किए जाने के विरोध में काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी करते थे. बिहार सरकार द्वारा संविदा कर्मियों की मांगों को पूरा नहीं करने एवं कोविड-19 महामारी के दौरान कर्मियों को दी जाने वाली सुविधाओं में नियमित की अपेक्षा संविदा कर्मियों के साथ भेदभाव को लेकर संविदा कर्मियों ने कार्यों का बहिष्कार करने की घोषणा की थी. बिहार राज्य स्वास्थ्य कर्मी संघ ने सरकार के समक्ष अपनी 9 सूत्री मांगों को पत्र के माध्यम से रखा है.

No comments: