मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के एन.एच.-91 के किनारे वार्ड नंबर 14 स्थित ज्योतिंद्रनाथ सिंह पिता स्वर्गीय गंगाधर प्रसाद सिंह के आंगन में स्थित श्यामा मां की मंदिर से 300 वर्ष पुरानी अष्टधातु की मूर्ति 8 दिसंबर 2020 की रात चोरी कर ली गई थी उस समय ज्योतिंद्रनाथ सिंह के परिवार के सदस्यों ने बताया था कि सुबह के 5:00 बजे जब पूजा अर्चना के लिए मंदिर का द्वार खोला गया तो मूर्ति गायब पाई गई थी. घर के पीछे घोड़े के पैर के निशान पाए गए थे. इस मामले की सूचना तत्कालीन थानाध्यक्ष को दी गई थी और प्राथमिकी भी दर्ज करवाई गई थी.
आज दिन के 10:00 बजे श्यामा मां की मंदिर के पिछले हिस्से जो स्टेट हाईवे 91 की तरफ है वहां एक मजदूर घास काट रहा था तो उसे उजले रंग की पॉलिथीन में कुछ रखा हुआ दिखाई पड़ा तो उसने खोलकर देखा तो अष्टधातु की मूर्ति थी. मजदूर ने घर के एवं मंदिर के सभी सदस्यों को मूर्ति पाए जाने की जानकारी दी. मूर्ति पाए जाने की सूचना आग की तरह फैल गई और लोगों का तांता लगना शुरू हो गया.
मामले की जानकारी मुरलीगंज थाने को भी दी गई. मुरलीगंज थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने पहुंचकर मूर्ति वापस रखे जाने की बात का अवलोकन किया एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों को इस आशय की सूचना दी.
मंदिर में पूजा अर्चना करने वाले परिवार के सदस्य सह पुजारी मुन्ना सिंह ने बताया कि 10:00 बजे मूर्ति पाए जाने की मजदूर द्वारा सूचना मिली. पहले तो हम लोगों ने समझा कि कोई और मूर्ति होगी लेकिन जब खोलकर देखा तो श्यामा मां की अष्ट धातु की मूर्ति जो चोरी हुई थी वही थी.
उक्त मामले में घर के मुखिया ज्योतिंद्रनाथ सिंह ने बताया कि पहले या पुराने जगह पर स्थित मंदिर में था. तत्काल नव निर्माण होने के कारण इसे यहां रखा गया था. कल इनकी स्थापना का विधिवत पूजन होना था और आज मूर्ति का वापस मिल जाना सबसे बड़ी सौभाग्य पूर्ण बात है. इसे देवी का चमत्कार कहें या जिस रूप में लें यह बहुत बड़ी उपलब्धि है.

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