स्नेहा हत्याकांड: मायके वालों ने पुलिस पर लगाया आरोपितों को बचाने का आरोप, किया थाना का घेराव

दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के (पूर्णिया मलडीहा) गांव की बेटी स्नेहा हत्याकांड में संलिप्त आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज मायके वालों ने शुक्रवार को थाना का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया. दिवंगत स्नेहा की तस्वीर लिए और हाथों में तख्ती लेकर स्नेहा के गुनहगारों पर कार्रवाई की मांग की. वहीं पुलिस हाय हाय के नारे भी लगाए. स्वजनों ने पुलिस पर आरोपितों से मिले होने का आरोप लगाया है. स्वजनों का कहना है कि वारदात को सात दिन बीत गए. यद्यपि पुलिस मुख्य आरोपितों को भी गिरफ्तार नहीं कर पायी है. पुलिस मामले को ठंडे बस्ते में डालने के फिराक में है.

वहीं विरोध जता रहे स्नेहा के बड़े भाई लालमुनि सिंह ने कहा कि उदाकिशुनगंज पुलिस नहीं चाहती है कि स्नेहा को न्याय मिले लेकिन पुलिस के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने यहां तक कहा कि उदाकिशुनगंज पुलिस पर अब भरोसा नहीं रह गया है. उन्होंने वरीय पुलिस अधिकारी से आग्रह किया है कि दूसरे पुलिस अधिकारी को अनुसंधान का जिम्मा दिया जाए. इससे पहले शुक्रवार को मायके वाले बड़ी संख्या में थाना चौक पर पहुंचे. वहां एकजुट होकर हाथों में तख्ती और दिवंगत स्नेहा की तस्वीर लिए थाना गेट पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन करते हुए लोग थाना के भीतर घुस गए. वहां थाना का घेराव कर डाला. बाहर निकल कर कुछ पुलिस अधिकारी लोगों को शांत कराने का प्रयास करने लगे. लोग काफी आक्रोशित नजर आ रहे थे. इस दौरान गुस्साए लोगों ने थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह के क्रियाकलापों को लेकर भरास निकाला. यह कहा कि थानाध्यक्ष भरोसे के लायक नहीं है. जिस समय हो हंगामा हो रहा था उस वक्त थानाध्यक्ष मौजूद नहीं थे. 


बताया गया कि थानाध्यक्ष एसडीपीओ के क्राईम मीटिंग में गए हुए. बाद में सूचना पर एसडीपीओ सतीश कुमार और थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह थाना पहुंचे. जहां एसडीपीओ ने चार पांच लोगों को अंदर बुलाकर बात की. गुस्साए लोगों को एसडीपीओ ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया. उसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ. एसडीपीओ से बातचीत कर बाहर निकलने पर स्नेहा के भाई लालमुनि सिंह ने बताया कि कार्रवाई का भरोसा मिला है लेकिन यकीन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि 48 घंटे में कार्रवाई नहीं होने पर एसडीपीओ और एसपी कार्यालय का घेराव करेंगे. इस संबंध में मुख्यमंत्री और बिहार के डीजीपी से मिलकर उदाकिशुनगंज पुलिस की शिकायत करेंगे. स्नेहा के भाई ने कहा कि न्याय नहीं मिल पाने की स्थिति में वह थाना के सामने खुद आत्मदाह कर लेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वह अपराधी बन जाएंगे. गलत कदम उठाने की सारी जवाबदेही उदाकिशुनगंज पुलिस की होगी. 

हाईप्रोफाइल बना मामला

स्नेहा हत्याकांड का मामला काफी हाईप्रोफाइल बन चुका है. मामला महिला आयोग से लेकर सीएमओ, पीएमओ तक पहुंच चुका है. मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से ही मंगलवार को भागलपुर से फ़ोरेंसिक जांच टीम पहुंची थी. उस समय फ़ोरेंसिक टीम के साथ उदाकिशुनगंज के एसडीपीओ सतीश कुमार भी मौजूद रहे. जांच अधिकारी गांव में करीब ढाई घंटे बिताया था. इस दौरान फोरेंसिक टीम ने घटना के पहलू से जुड़े बचे हुए अवशेष की पड़ताल की थी. कई बिंदुओं पर स्थानीय पुलिस अधिकारी से बात की थी. वहीं गांव वालों से भी घटना के संदर्भ में बात की. जांच में पूरी बातों का फिलवक्त खुलासा नहीं हो पाया. उदाकिशुनगंज एसडीपीओ सतीश कुमार ने बताया कि पुलिस जांच जारी है. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला हत्या का है. इस वजह से आरोपितों की गिरफ्तारी निश्चित रूप से होगी. 

फोरेंसिक जांच पर उठे सवाल

विवाहिता के भाई पूर्णिया के मलडीहा गांव निवासी लालमुनि सिंह ने फ़ोरेंसिक टीम की जांच पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा कि जब टीम जांच को पहुंची तो मायके वालों को खबर नहीं दी. जांच टीम के अधिकारी गांव वालों के बातों में उलझे रहे. उसे बगल के दूसरे लोगों से फ़ोरेंसिक टीम और उदाकिशुनगंज के डीएसपी के पहुंचने की जानकारी मिली. उन्होंने कहा कि घटना को सात दिन बीत गए लेकिन मुख्य आरोपी गिरफ्तार नहीं हो पाया. आखिर स्थानीय पुलिस किया कर रही है.

एक सप्ताह पूर्व स्नेहा चढ़ी थी दहेज की बलि

उल्लेखनीय हो कि रविवार को उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के नयानगर गांव में दहेज के खातिर विवाहिता को केरोसिन छिड़कर जिंदा जला कर मार डालने का मामला सामने आया. मामले में विवाहिता के भाई पूर्णियां जिले के बड़हरा कोठी थाना क्षेत्र के मलडीहा गांव के अंजन कुमार सिंह के फर्द बयान पर छह लोगों के खिलाफ उदाकिशुनगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई. प्राथमिकी में विवाहिता के पति सहित सुसराल पक्ष के लोगों को आरोपित किया गया है. मामला सामने आने पर पुलिस जांच में जुट गई है. पुलिस ने बताया कि मामले में कार्रवाई की जा रही है.

चार घंटे तक किया था सड़क जाम

इस दौरान घटना के बाद विवाहिता के सुसराल वालों का गुस्सा देखने को मिला था. आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को विवाहिता के सुसराल गांव में शव को रखकर सड़क जाम किया था. पुलिस प्रशासन के पहल पर चार घंटे बाद सड़क जाम टूटा था. इस मामले में राज्य महिला आयोग के संज्ञान लेने पर पुलिस सक्रिय हो पाई थी. मामला काफी हाईप्रोफाइल ड्रामा वाला रहा. मायके वाले घटना के संबंध में पीएओ और सीएमओ तक जानकारी दी. काफी समझाने बुझाने के बाद मायकेवालों का गुस्सा शांत पड़ा था. मालूम हो कि विवाहिता का मायके दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के गांव में है. 

दस साल पूर्व हुई थी स्नेहा की शादी

मिली जानकारी के अनुसार पूर्णिया जिले के बरहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत मल्डीहा गाँव के मदन प्रसाद सिंह की पुत्री स्नेहा कुमारी की शादी उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के  नयानगर पंचायत के वार्ड  संख्या 13 निवासी प्रभाकर सिंह के पुत्र अनुरंजन सिंह उर्फ सिंटु सिंह के साथ वर्ष 2011 में  हुई थी. शादी के बाद विवाहिता ने चार बच्चे को जन्म दिए. जिसमें दो लड़का एवं दो लड़की शामिल हैं. आरोप है कि विवाहिता के सुसराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित किया करते थे. आरोप है कि दहेज के लिए मांगी गई रकम और समान नहीं देने पर ही विवाहिता को जला कर मार दिया गया.

मायके वालो को फोन से मिली थी जानकारी

सहरसा सदर थाना पुलिस को दिए गए फर्द बयान में विवाहिता के भाई अंजन कुमार सिंह ने बताया है कि 28 मार्च की सुबह उसे फोन पर बहन के जलने की सूचना सुसराल गांव के पड़ोस वालों ने फोन पर दी. उसके बाद वह छोटे भाई के साथ उदाकिशुनगंज पीएचसी पहुंचे. वहां विवाहिता नहीं मिली. बाद में पता चला कि विवाहिता का ईलाज आलमनगर के एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा है. वहां जाने पर विवाहिता क्लीनिक में अकेली बेहोशी के हालत में पड़ी मिली. ससुराल वाले क्लीनिक में विवाहिता को जख्मी हालत में छोड़कर फरार हो गए थे. मायके वालों ने विवाहिता को आलमनगर सीएचसी में भर्ती कराया. जहां चिकित्सक ने रेफर कर दिया. सहरसा सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान विवाहिता की मौत हो गई. सहरसा सदर अस्पताल में ही वहां के पुलिस ने विवाहिता के मायके वाले के बयान दर्ज किए. 

सहरसा पुलिस ने उदाकिशुनगंज थाना को फारवर्ड किया बयान की कॉपी

सहरसा पुलिस ने दर्ज बयान को उदाकिशुनगंज थाना के लिए फारवर्ड कर दिया. बयान के आधार पर उदाकिशुनगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई. सहरसा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद मायके वालों ने महिला के शव को नयानगर गांव लाकर घर के आगे रखकर सड़क जाम कर दिया था. 

पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. शुक्रवार को गुस्साए मायके वालों को कार्रवाई का भरोसा दिया गया है. मामले में जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी होगी. निश्चित रूप से स्नेहा के गुनहगारों पर कार्रवाई होगी.

(रिपोर्ट: मंजू कुमारी)

स्नेहा हत्याकांड: मायके वालों ने पुलिस पर लगाया आरोपितों को बचाने का आरोप, किया थाना का घेराव स्नेहा हत्याकांड: मायके वालों ने पुलिस पर लगाया आरोपितों को बचाने का आरोप, किया थाना का घेराव Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 04, 2021 Rating: 5

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