बताते चलें कि रितिका हत्याकांड को लेकर हत्यारे की गिरफ्तारी की माँग को पुलिस प्रशासन के खिलाफ आन्दोलन कर बाजार बंद कर जमकर बवाल किया गया था।
एसपी योगेन्द्र कुमार ने मंगलवार को एसपी कार्यालय मे आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस मे हत्या कांड का खुलासा करते हुए कहा कि मुरलीगंज नगर पंचायत के पार्षद पुत्री की लाश नदी के किनारे पुलिस को 12 दिसंबर को मिली थी । पार्षद ने 9 दिसंबर को थाने में अपने पुत्री के गायब होने का एक मामला अज्ञात के विरूद्ध दर्ज कराते हुए अपने पड़ोसी एक युवक कुमार आनन्द पर शक जाहिर किया था, जिसे पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । लेकिन पुलिस के लिए हत्याकांड एक चुनौती थी. निर्दोष न फंसे और दोषी न बचे और सच्चाई सामने लाने के लिए पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान पर पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी एसडीपीओ अजय नारायण यादव के नेतृत्व मे सर्किल इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, मुरलीगंज के थानाध्यक्ष, मुरलीगंज के थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार, सब इंस्पेक्टर किशोर कुमार, धनेश्वर मंडल, टेक्निकल सेल के धीरेन्द्र कुमार, कमांडो हेड विपिन कुमार को दी गयी । टीम ने दो महीने में पूरा मामला उजागर किया है ।
मधेपुरा एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि घटना के बाद से अनुसंधान में हत्या में शक की सूई पार्षद के घर पर जा कर रूक जाती थी. लेकिन पुलिस पुख्ता साक्ष्य नहीं मिलने के कारण मामले का उद्भेदन जल्दबाजी से बचती रही. आखिरकार पुलिस को वैज्ञानिक अनुसंधान मे एक अहम सुराग मिला कि पार्षद के गाड़ी में लगा जीपीएस घटना के दिन से बंद पाया गया । फिर पुलिस ने गाड़ी के चालक, मुरलीगंज वार्ड नंबर 12 के निवासी धीरज कुमार को हिरासत मे लिया गया. पहले चालक ने पुलिस को बरगलाया लेकिन जल्द ही पुलिस के समक्ष पूरा मामला खोल दिया हत्या मे चालक की संलिप्तता का पता चला है। पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने बताया कि चालक ने पूछताछ में जो खुलासा किया उसमें रितिका की हत्या घर वालों ने ही मिलकर घर के अन्दर मुंह दबाकर की और हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने लिए पार्षद के गाड़ी का इस्तेमाल किया. गाड़ी के चालक ने ही शव को नदी किनारे ले जाने की बात कबूल किया है। चालक ने यह भी बताया शव को ठिकाने लगाने पार्षद के स्कार्पियो और दो बाइक से शव को मुरलीगंज के बेंगा नदी में फेंका गया था।
एसपी ने बताया कि जांच में यह पता चला कि रितिका की हत्या प्रेम प्रसंग को लेकर रितिका की हत्या उनके परिजन ने मिलकर कर 8 दिसंबर की रात की नदी में लाश को फेंक दिया । जांच में यह भी पता चला कि रितिका का अपने पड़ोसी कुमार आनन्द से प्रेम प्रसंग का पता उनके परिवार वालों को चलने पर नागवार गुजरा और रितिका के पिता अरविन्द कुमार डिम्पल और उनके परिवारवालों ने मिलकर घर में ही हत्या की और पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए हत्या जैसे जघन्य अपराध छुपाने के लिए अपहरण का मामला दर्ज कराया।
एसपी श्री कुमार ने कहा कि घटना मे शामिल स्कार्पियो बी •आर• 11 पी एल 8743 और जीपीएस को बरामद किया है. उन्होंने कहा कि पार्षद की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है. वे फरार चल रहा है हत्या मे पूरे परिवार की संलिप्तता है सभी दोषी होगा। चालक के पूछताछ में अहम जानकारी मिली है और हत्याकांड में जो भी खुलासा हुआ उस पर अनुसंधान चल रहा है. जो भी घटना में शामिल है, सभी पर कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल चालक को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है ।
उन्होने कहा कि रितिका हत्या कांड का उद्भेदन पुलिस की बड़ी कामयाबी है. टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल को पुरस्कृत करने के लिए मुख्यालय को लिखा जायेगा, साथ ही अपने स्तर से भी सभी को पुरस्कृत किया जायेगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस मे एसडीपीओ अजय नारायण यादव, सर्किल इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, मुरलीगंज के थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार उपस्थित थे ।
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