रात के वक्त अचानक नहर कट गई जिस कारण खेतों में खड़ी करीब 200 एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद हो गई. अब अगर नहर का पानी बंद नहीं हुआ तो और भी गांवों की फसल डूब जाएगी. उधर किसान अपना खून-पसीना बहाकर उगाई गई फसलों को यूं पानी में डूबता देख परेशान हो रहे हैं.
किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने व उन्हें बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का सरकार लाख दावे कर ले, लेकिन सरकारी मुलाजिम ही उसको सफल नहीं होने दे रहे हैं. रबी फसल की सिंचाई के लिए 25 दिसंबर को नहरों में पानी छोड़ा गया था.
किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग के गलती से गलती के कारण नहर टूट जाती है जिसके चलते उनको भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा है. संजय सिंह एवं राधेश्याम सिंह ने बताया कि अधिकतर किसान गेहूं की खेती के लिए कर्ज लेकर खेती किए थे और आज सारा फसल नष्ट हो गया, जिससे 100 से ज्यादा किसान प्रभावित हैं.
वहीं किसानों ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि नहर के दोनों किनारों पर कुछ लोगों ने यहां से वहां तक अतिक्रमण कर घर बना लिया है और नहर का आकार छोटा हो चुका है. नहर पर से अतिक्रमण तो विभाग खाली करवा नहीं पायी है. नहर की सफाई खुदाई कर की जाती है जिसके कारण पानी का जरा भी दबाव झेल नहीं पाता है और टूट जाता है.
मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि यह नहर सिंचाई प्रमंडल त्रिवेणीगंज के अंतर्गत आता है. जब मामले में सिंचाई प्रमंडल के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर चंद्रमणि बैठा के मोबाइल नंबर 9835289013 संपर्क करने पर बताया कि इस विषय में वे अनुमंडल सिंचाई पदाधिकारी से जानकारी एकत्रित करने के बाद ही जानकारी देंगे उसके बाद से उन्होंने फोन नहीं उठाया.
उक्त मामले में सिंचाई प्रमंडल त्रिवेणीगंज अंतर्गत सिंचाई अवर प्रमंडल मुरलीगंज के कनीय अभियंता विनोद कुमार के मोबाइल नंबर 6201579045 पर संपर्क करने पर बताया कि नहर में पानी के बहाव को ऊपर से ही बंद करवा दिया गया है.
वहीं फसल क्षति के मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा बार-बार फोन करने पर फोन नहीं उठाया गया एवं जब मामले में जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन से फसल क्षति के बारे में किसानों की समस्या पर बताया कि आवेदन के उपरांत जांच करवा कर फसल क्षति का आकलन किया जाएगा.
इन किसानों का हुआ ज्यादा नुकसान
इसमें मुख्य किसान के तौर पर धर्मेंद्र कुमार सिंह, संजय सिंह, राधेश्याम सिंह, रामेश्वर सिंह, कुशेश्वर सिंह, कामेश्वर सिंह, अनिल सिंह, पवन सिंह, बैजनाथ सिंह, जगदीश सिंह, कामेश्वर मंडल, मिथिलेश मंडल, शंभू मंडल, अभिमन्यु मंडल, दिनेश मंडल, मुन्ना सिंह, अमित सिंह, राजेंद्र सिंह ,राज किशोर सिंह, कामेश्वर सिंह, मद्मेश्वर सिंह, महेश प्रसाद सिंह, दीपक मंडल, राम राम मंदिर, विष्णु देव मंडल, सुनील सिंह आदि समस्त किसान को फसल नुकसान का सामना करना पड़ा है.
![नहर टूटने से किसानों की बढ़ी मुसीबत, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjZmE8ksprw005Jo7RJ7yJNdDudajdZQigUJjV5keRSgTE0Z1jaS5j4wV0eHGnn8rIYrFoYtOHkJBFCJDBTCqLm6CJ9Mc3ImUJjMEmfywIrqWGhwE3RUcADYD_UcSZBT045fyvxceiOES8/s72-w320-c-h188/WhatsApp+Image+2021-01-02+at+8.41.20+PM+%25281%2529.jpeg)
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