डीएम श्री शुक्ला ने पैक्स अध्यक्ष रधुनाथ यादव एवं प्रबंधक, तथा बीसीओ सुर्य ज्योती कुमार को निर्देश दिया गया कि अधिक से अधिक किसानों को जागरूक कर अपना धान सहकारिता समिति में बेचना सुनिश्चित करें। साथ ही सख्त हिदायत देते हुए कहा धान अधिप्राप्ति के 48 घंटों के अंदर किसानों को उसका भुगतान सुनिश्चित रूप से हो। जांच के दौरान उपस्थित किसानों से डीएम श्री शुक्ला ने पूछा की आपने कितना धान बेचा। कितना राशि का भुगतान हुआ। दोनो को मिला कर अनियमितता की जांच की।
किसान द्वारा बताया गया कि किसान के खाता में राशि प्राप्त हो गया है। कुछ राशि बढ़ने कारण पुछने पर बताया गया की उन्हें प्रति क्विंटल बोरा का भी 25 के दर से भुगतान हुआ है। डीएम ने धान अधिप्राप्ति से संबंधित बैनर पर किसानों से धान अधिप्राप्ति की अधिकतम मात्रा को संशोधित करने का निर्देश दिया। रैयत किसान से अधिकतम 200 क्विंटल था। लेकिन पैदावार को देखते हुए प्रति रैयत किसान से अधिकतम 250 क्विंटल तक अधिप्राप्ति का आदेश प्राप्त हुआ है। वहीं गैर रैयत किसान से भी 100 क्विंटल प्रति किसान धान प्राप्ति का आदेश दिया गया।
जांच के दौरान डीएम ने पैक्स में रखे इलेक्ट्रॉनिक माप तोल मशीन की जांच के लिए खुद अपना वजन लिया। डीसीओ अरविंद पासवान ने पैक्स अध्यक्ष एवं प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि सभी कार्यकारिणी सदस्यों का नाम दीवाल पर लिखवाये। गोदाम के वेंटिलेशन को भी समुचित तरीके से बंद करवायेंगे। डीएम के निरीक्षण की जानकारी मिलते ही सभी पैक्स सतर्क थे।
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