किसानों की बदहाली, भीषण महंगाई एवं बढ़ते अपराध के खिलाफ महागठबंधन का महाधरना

 मधेपुरा / किसानों की बदहाली, किसान आंदोलन का दमन भीषण महंगाई एवं बढ़ते अपराध व भ्रष्टाचार के खिलाफ आज यहां समाहरणालय के समक्ष कला भवन परिसर मधेपुरा में महागठबंधन ने किया महा धरना.

महागठबंधन के जिला संयोजक एवं भाकपा के नेता प्रमोद प्रभाकर की अध्यक्षता में आयोजित महाधरना को बतौर मुख्य वक्ता स्थानीय राजद विधायक एवं पूर्व मंत्री बिहार सरकार प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर ने संबोधित करते हुए कहा कि आज खेती व किसानी संकट में है. कॉर्पोरेट के हाथ खेत और खलिहान को गिरवी रखने एवं किसानों को गुलाम बनाने का षड्यंत्र कर रही है मोदी सरकार. उन्होंने कहा कि किसानों की बदहाली नहीं सहेंगे. फसल का लाभकारी दाम लेकर रहेंगे नहीं तो संघर्ष होंगे तेज़. विधायक प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर ने कहा कि डबल इंजन की सरकार लगातार किसानों को धोखा दे रही है. किसान अपने धान को औने पौने दाम में बेचने को विवश हैं. धान की अधिप्राप्ति अभी तक नहीं शुरू की है. सरकार नमी का बहाना छोड़े. पैक्स को पर्याप्त राशि दे सरकार. 

उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1865 रु/ की घोषणा किसानों के साथ छलावा है, जब मंडी प्राइवेट होगी तो एमएसपी खरीद कैसे सुनिश्चित करेगी सरकार. उन्होंने कहा कि धान की अधिप्राप्ति शुरू नहीं हुई तो नीतीश

सरकार का नींद हराम कर देंगे. प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा कि मधेपुरा सहित संपूर्ण बिहार में बढ़ते अपराध और व्याप्त भ्रष्टाचार के संरक्षक हैं नीतीश कुमार. उन्होंने किसानों की बदहाली, भीषण महंगाई व अपराध के खिलाफ महा गठबंधन के घटक दलों एवं किसानों से चरणबद्ध आंदोलन चलाने का किया आह्वान.   

राजद के जिला अध्यक्ष जयकांत यादव ने कहा कि आत्मनिर्भरता का झूठा नारा देकर अन्नदाता के साथ धोखाधड़ी कर रही है मोदी सरकार. उन्होंने एकजुट होकर संघर्ष तेज करने का किया ऐलान. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार सिंह यादव ने कहा कि उद्योग विकास की दावा कर रही है मोदी और नीतीश सरकार. उन्होंने मधेपुरा जिले में मक्का आधारित उद्योग लगाने की मांग की. राजद के प्रदेश महासचिव देव किशोर यादव एवं विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बाजार में नकली खाद बीज की बिक्री से परेशान हैं किसान. फसल की उपज का लाभकारी दाम नहीं मिलने से बड़ी संख्या में आत्महत्या करने को मजबूर है किसान. किसानों के फसल का लाभकारी दाम नहीं मिला तो होगा भीषण संग्राम. 

माकपा के राज्य कमेटी के सदस्य गणेश मानव एवं जिला मंत्री मनोरंजन सिंह ने कहा कि संसद से पारित तीन कृषि विभाग किसानों के लिए मौत का फरमान है. भाकपा माले के जिला सचिव रामचंद्र दास एवं वरीय नेता शंभू शरण भारती ने कहा कि देश की संप्रभुता एवं खाद आत्मनिर्भरता खतरे में है. किसानों के फसल का मूल्य सरकार द्वारा प्रदान की जाती है न की कंपनियों द्वारा. भाकपा के जिला मंत्री विद्याधर मुखिया एवं वरीय नेता रमन कुमार ने कहा कि गांधी के हत्यारे आज देश की गद्दी पर बैठ कर पुनः किसानों के छाती पर नया अवतार अडानी और अंबानी जैसे कारपोरेट को जमीन हड़पने एवं फसल पर कब्जा करने तथा किसानों को गुलाम बनाने के लिए कानून बनाया है. 

महागठबंधन के सहायक संयोजक एवं राजद नेता रामकृष्ण यादव ने जमीन की दाखिल खारिज एवं मालगुजारी में व्याप्त अनियमितता और घूसखोरी पर रोक लगाने तथा सभी नहरों की सफाई कर सिंचाई हेतु पानी देने की मांग की. लोजद के जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि कृषि प्रधान देश में किसान विरोधी काला कानून नहीं सहेंगे. लड़ेंगे मरेंगे पर किसानों का हक लेकर रहेंगे.         

महागठबंधन के महा धरना की अध्यक्षता कर रहे कामरेड प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि कारपोरेट पोषित नीतियों के कारण देश आज गंभीर आर्थिक संकट एवं कृषि संकट का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा कि खेती बचेगी तब गांव बचेगा और जब गांव बचेगा तब देश बचेगा. उन्होंने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो अगले 17 दिसंबर को होगा विशाल मौन जुलूस.             

महा धरना में किसान नेता प्रकाश कुमार पिंटू, सिंघेश्वर यादव, पंकज यादव, डाo राजेश रतन मुन्ना, सुरेश कुमार यादव, शैलेंद्र कुमार, अमेश यादव, गोपाल यादव, आलोक कुमार मुन्ना, गोसाई ठाकुर, विकाश मण्डल, अरुण यादव, मोहम्मद नजीर उद्दीन उर्फ नूरी, धीरेंद्र यादव, भारत भूषण, वसीम उद्दीन उर्फ नन्हे, निशांत यादव, ईसा असलम, सूर्यनारायण राम, भूषण यादव, विनय सिंह कैनेडी,अरविंद यादव, विमल विद्रोही, मोहम्मद मुसफिक, मोहम्मद आलम, फुलेन्द्र यादव, शिवनारायण सादा, दिनेश ऋषिदेव, रमेश कुमार सिंह, शंकर कुमार राम, विजय यादव, सत्येंद्र यादव, सूरज नाo राम, संजीव कुमार, सतीश कुमार, शिवनारायण यादव, विनीत कुमार, अभिनंदन यादव, अनिल भारती, कृष्णा मुखर्जी, दिलीप पटेल, रफि अहमद राजद नेता विनीत यादव, धीरेंद्र यादव, नित्यानंद यादव, परमानंद यादव, अर्जुन यादव, बेचन यादव, अनिल यादव, अजय यादव, उपेंद्र यादव, बद्री यादव, करण यादव, विश्वनाथ यादव, बबलू यादव, राजू यादव, सुरेश कुमार यादव आदि और बड़ी संख्या में किसान शामिल थे.



किसानों की बदहाली, भीषण महंगाई एवं बढ़ते अपराध के खिलाफ महागठबंधन का महाधरना किसानों की बदहाली, भीषण महंगाई एवं बढ़ते अपराध के खिलाफ महागठबंधन का महाधरना                 Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 03, 2020 Rating: 5

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