इस बावत एम्बुलेंस चालक कुमोद कुमार ने अस्पताल अधीक्षक को आवेदन देकर करवाई करने का अनुरोध किया है. अपने लिखित आवेदन में पीड़ित ने कहा कि प्रवेश कुमार व एक अन्य लड़के के साथ जब वे मेडिकल कॉलेज तेल लेने जा रहे थे कि इसी दौरान रास्ते में एक गाड़ी खड़ी थी जिसको सायरन देने के बाद भी नहीं हटाया. बाद में पतराहा के पास सायरन बंद होने के बाद गाड़ी से तीन लड़का निकलकर मारपीट कर मोबाइल, रूपया व अन्य जरूरी सामान छीनने की कोशिश करने लगा. सामान नहीं छीन पाने पर गाली गलौज करने लगा और मारपीट करने लगा. जिसमें मेरा सर फट गया और वहीं गिर कर बेहोश हो गया. बेहोशी की हालत में सड़क से गुजर रहे किसी राहगीर ने मुझे उठा कर मेडिकल कॉलेज पहुंचाया जहां मेरा इलाज किया गया.
वहीं आवेदन में पीड़ित ने बताया कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो आपातकालीन सेवा में चलने वाले एंबुलेंस 102 के सभी कर्मी हड़ताल पर चले जाएंगे. इस बावत थानाध्यक्ष रनवीर कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. आवेदन मिलने के बाद उचित करवाई की जाएगी. वहीं मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डा. राकेश कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि उसका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.

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