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| किशोर कुमार |
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष किशोर कुमार ने कहा कि सरकार का यह पहल सराहनीय है. थोड़ा विलंब जरूर हुआ है लेकिन बच्चों के हित में यह फैसला लिया गया है. कुछ महीनों के बाद ही 10वीं बोर्ड का परीक्षा होना है इसमें बोर्ड के द्वारा 30% सिलेबस को डिलीट किया गया है, बाकी 70% सिलेबस को आगे के महीनों में पूरा करना चुनौतीपूर्ण होगा. बच्चों में खुशी का माहौल है. एक लंबे अरसे के बाद विद्यालयों में बच्चे एवं शिक्षकों का चहल पहल सुखदाई लग रहा है. स्कूल प्रबंधक के पास सबसे बड़ी जिम्मेवारी है कि कोरोना नियम का पालन करते हुए बच्चों को शिक्षा प्रदान करना.
एहतियात के रूप में विद्यालय प्रबंधकों ने सभी वर्गों, मुख्य द्वार, दरवाजा, सभी को पूरा सैनिटाइज किया है. थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सैनिटाइजर, मास्क के साथ-साथ वर्ग में बच्चों के बीच आवश्यक दूरी बनाकर बैठने की व्यवस्था की गई है लेकिन अभी भी कई चुनौती है, जो बच्चे दूरदराज के हैं उन बच्चों के लिए सरकार के तरफ से छात्रावास एवं ट्रांसपोर्टेशन की छूट नहीं देना, बच्चों की पढ़ाई में बाधक बना हुआ है. सरकार से आग्रह है कि जल्द से जल्द इन चीजों में भी छूट देने की घोषणा की जाए, साथ ही साथ नीचे के वर्गों का भी वर्ग संचालन करने की अनुमति दी जाए जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल बना रहे.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 28, 2020
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