हाल नल-जल योजना का: 28 अगस्त को हुआ था उद्घाटन और 3 सितम्बर को जल मीनार हुआ धराशाई

मुख्यमंत्री के 7 निश्चय योजना के तहत नल-जल योजना का सपना गुरुवार 3 सितंबर को मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत बेलो कला पंचायत में पानी-पानी हो गया।

बेलो कला पंचायत के वार्ड नं 8 में लोगों के घरों में नल से शुद्ध जल पहुंचाने के लिए बनाया गया पानी टंकी का मीनार गुरुवार की शाम धराशायी हो गया। गत 28 अगस्त को उद्घाटन इसका उद्घाटन हुआ था नवनिर्मित पानी टंकी का मीनार टंकी समेत ठह जाने से घटिया निर्माण की पोल खुल गयी है, वहीं नल-जल योजना के सफल क्रियान्वयन पर सवालिया निशान लग गया है। 

बताया जाता है कि पानी टंकी का मीनार बनने के बाद गुरुवार को उसपर 5 हजार लीटर क्षमता का टंकी रखकर पानी की भरायी की जा रही थी। इस पानी टंकी बगल के निवासी अर्जुन मंडल ने बताया कि 28 अगस्त को उद्घाटन के समय चंद मिनट टंकी में थोड़ा बहुत पानी भर कर उद्घाटन कर दिया गया गुरुवार को जब शाम के 4:00 बजे जब पूरी टंकी भरी जा रही थी तब लोहे का एंगल टूटा पानी से भरी टैंक आपस में टकराई. टंकी में अभी आधा ही पानी भरा था कि पानी टंकी का मीनार टंकी समेत भरभरा कर गिर गया। इसके कारण भगदड़ मच गयी। संयोग अच्छा था कि इसके चपेट में कोई आकर हताहत नहीं हुआ। पानी टंकी का मीनार गिरने के बाद ग्रामीणों में गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना पूरे पंचायत में नल-जल योजना की जांच कराने की माँग की है।

बेलो कला पंचायत के वार्ड नंबर 8 में ग्रामीण मोहम्मद रसूल ने बताया कि कहीं भी सही ढंग से पाइप नहीं दिखाया गया है रसोई तक नल पहुंचाया गया है. संवेदक को कई बार कहा गया तो उसने कहा मुझे सिर्फ दरवाजे पर एक कनेक्शन खड़ा करना है और वह भी बिना चबूतरे के एक एक छोटे से पिलर में पाइप खड़ा कर चला गया जो अपने हिलडुल रहा है वह कभी भी टूट सकता है.

विधवा पार्वती देवी ने दिखाया कि उसके दरवाजे पर एक नल खड़ा किया गया जिसे वह छोटे से टैंपू के टायर डालकर किसी तरह हिलने डुलने से बचा रही है. वहीँ एक छोटे से दरवाजे पर तीन नल का कलेक्शन खड़ा कर यूं ही छोड़ दिया गया है.

गौरतलब हो कि पिछले मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय मैं पंचायत समिति के बैठक के दौरान नल जल योजना पर सवाल उठाते हुए जिला भाजपा, अध्यक्ष बेलो कला पंचायत के मुखिया स्वदेश कुमार ने कहा कि नल जल योजना सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, प्रत्येक व्यक्ति के घरों तक स्वच्छ एवं आयरन मुक्त जल पहुंचाना है. एक तरह से संवेदको की मनमानी के कारण गांव और वार्डों में जो निर्माण एवं पाइप बिछाने का काम किया जा रहा है उसमें भारी अनियमितता बरती जा रही है शिकायत कोई सुनने वाला नहीं है. कुल मिलाकर कह सकते हैं कि संवेदक की मनमानी की भेंट चढ़ रहा नल जल योजना.

मामले में कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी अनित अफजल ने बताया कि मामले में जल मीनार टूटने की जानकारी मिली है कनीय अभियंता द्वारा जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी.
हाल नल-जल योजना का: 28 अगस्त को हुआ था उद्घाटन और 3 सितम्बर को जल मीनार हुआ धराशाई हाल नल-जल योजना का: 28 अगस्त को हुआ था उद्घाटन और 3 सितम्बर को जल मीनार हुआ धराशाई Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 04, 2020 Rating: 5

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