सरकारी वादे हो रहे हैं खोखले साबित, नहीं रुक रहा है मजदूरों का पलायन

 बिहार चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. बिहार में 3 चरणों में चुनाव होना है लेकिन मजदूरों का पलायन है कि रुकने का नाम नहीं ले रहा है. 

जहां कोरोना काल में बिहार सरकार ने दिल्ली, पंजाब, मुंबई, हरियाणा से जब लोग पैदल अपने घर को चल पड़े थे और बड़ी मशक्कत से घर पहुंचे थे, जिसके बाद सरकार ने कहा था कि हम सभी प्रवासी मजदूरों को बिहार में ही रोजगार देंगे लेकिन ये वादे खोखले साबित हो रहे हैं. मजदूर है कि अपनी रोजी रोटी के लिए अपने घर परिवार को चलाने के लिए अन्य राज्य में पलायन कर रहे हैं. 

वहीं पलायन कर रहे मजदूरों से पूछने पर उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने हम लोगों के साथ छलावा किया. बिहार सरकार ने कहा था कि हम सभी को बिहार में ही रोजगार मुहैया कराएंगे लेकिन कई महीने बीत गए चुनाव नजदीक आ गया आचार संहिता भी लागू हो गई लेकिन सरकार ने कोई भी ठोस कदम हम मजदूरों के लिए नहीं उठाया. अभी हमारे घर में फाके चल रहे हैं. बीवी बच्चे को खाने के लाले पड़ गए हैं. आखिर हम मजदूर करें तो क्या करें यहां कोई रोजगार नहीं है हम लोग तो कसम खा कर आए थे कि अब कभी भी दिल्ली, पंजाब नहीं जाएंगे, घर में ही रोजी-रोटी कमाएंगे लेकिन यह संभव हो नहीं पाया क्योंकि यहां कोई रोजगार ही नहीं है. रोजगार का कोई साधन नहीं है. 

बताते चलें कि चौसा प्रखंड मुख्यालय से प्रत्येक दिन दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के लिए एक दर्जन से अधिक बस चलती है, जिसमें प्रत्येक दिन सैकड़ों मजदूर बिहार छोड़कर अन्य राज्य को पलायन कर रहे हैं. पुरुष तो पुरुष पलायन करने में महिला बच्चे भी शामिल हैं.

सरकारी वादे हो रहे हैं खोखले साबित, नहीं रुक रहा है मजदूरों का पलायन सरकारी वादे हो रहे हैं खोखले साबित, नहीं रुक रहा है मजदूरों का पलायन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 29, 2020 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.