'याद है न !': सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा कार्यपालक सहायकों का आंदोलन

बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वान पर मधेपुरा द्वारा चरणबद्ध आन्दोलन के द्वितीय चरण में "याद है न" कार्यक्रम दूसरे दिन भी किया गया.

'याद है न !' कार्यक्रम के तहत सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में किये गए वादा को पुनः याद दिलाने का काम जोर-शोर से किया गया.

इसी कड़ी में कार्यपालक सहायकों द्वारा संघ के आह्वान पर सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर #BRGovtYaadHaiNaa को टैग कर सभी को जागरूक किया गया और सोशल मीडिया ट्यूटर पर ट्वीट करने को कहा. जिसका प्रतिफल आज ही ट्वीटर पर #BRGovtYaadHaiNaa ट्रेंड करने लगा. मांगों के समर्थन में ट्वीट करने वाले पूरे बिहार में 21 हजार से अधिक ट्वीट कर अपनी एकता का परिचय दिया है. 

सरकार द्वारा सिर्फ वादे किये गए जिसे अबतक धरातल पर नहीं उतारा गया. कार्यपालक सहायकों की मांग है कि सरकार हमलोगों की सेवा को नियमितीकरण करें, नव नियोजित कार्यपालक सहायकों का नियोजन ज़िला पदाधिकारी के स्तर से आयोजित लिखित एवं कम्प्यूटर दक्षता परीक्षा सफल होने के उपरांत ही हुआ है, बावजूद इसके बेल्ट्रोन जैसे निजी कंपनी के माध्यम से परीक्षा का पुनः आयोजन करवाना बिल्कुल ही उचित नहीं है. ऐसे तुगलकी फरमान को तुरंत वापस लिया जाय. उच्च स्तरीय कमिटी के द्वारा 2018 में सौंपे गए रिपोर्ट को अक्षरसः सभी विभागों में लागू करवाया जाय. पूर्व में आंदोलन के क्रम में हुई दमनात्मक करवाई को वापस लिया जाय. हड़ताल अवधि का मानदेय भुगतान किया जाय. 

सरकार के दोहरी नीति से आज सभी कार्यपालक सहायक शोषण का शिकार हो रहे हैं, सरकार के ऐसे घटिया नीति के विरुद्ध कार्यपालक सहायकों ने आंदोलन का आगाज कर दिया है. संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रणव प्रकाश ने कहा है कि जब तक हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जाता तब तक चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा.

'याद है न !': सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा कार्यपालक सहायकों का आंदोलन 'याद है न !': सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा कार्यपालक सहायकों का आंदोलन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 12, 2020 Rating: 5

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