गरीबों के निवाले पर मंडरा रहा है संकट, पीडीएस अनाज की हो रही है कालाबाजारी

मधेपुरा में जनवितरण प्रणाली विक्रेता ने किया मानवता को शर्मसार, संकट की इस घड़ी में भी गरीबों के निवाले पर डाला डाका. दाने-दाने को मुहताज हैं दर्जनों गरीब महादलित परिवार के लोग. 

दरअसल कोरोना संकट के दौरान पीडीएस अनाज वितरण में जिला प्रशासन ने डीलरों को दी गयी है छूट, बिना पाउस मशीन के ही अनाज का किया सकता है उठाव और लाभुकों के बीच अनाज का वितरण. लेकिन वहीं इस आपदा की घड़ी में डीलर मानवता को भी कर रहे हैं शर्मसार. वे गरीबों के निवाले पर डाका डाल रहे हैं और अनाज की कालाबाजारी कर रहे हैं. 

जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत जीतापुर पंचायत का है सनसनीखेज मामला, जहाँ जीतापुर पंचायत के चामगढ़ गाँव में डीलरों द्वारा अनाज घोटाला का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. आपदा के इस घड़ी में भी घोटालेबाज डीलर अपने करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं. हालाँकि इस मामले को लेकर फिलहाल अधिकारी कैमरे कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं. जब इस बात कि जानकारी जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला को दी गयी तो वे मामले की गंभीरता से जाँच कर कारवाई की बात कह रहे हैं.

कोरोना संकट के दौरान सरकार ने लोगों को यह सुविधा दी है कि वे अपना अनाज किसी भी पीडीएस डीलर के पास से उठा सकते हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन दिनों पाउस मशीन पर अंगूठा भी नहीं लिया जा रहा है. लिहाजा ऐसे में जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत जीतापुर पंचायत के डीलर दिलीप यादव पर आरोप लगा है कि वह करीब 30 गरीब महादलित का अनाज फर्जी तरीके से उठा कर कालाबाजारी कर चुके हैं. हालाँकि जाँच के बाद हीं कोई मामला साफ़ हो पाएगा. दरअसल जब ये गरीब महादलित लाभुक लोग अपने पोषक क्षेत्र के पैक्स डीलर गोपाल यादव के पास गए तो उन्हें बताया गया कि उनके हिस्से का अनाज का उठाव हो चुका है. लेकिन लोगों ने जब इस उठाव की बात से इंकार किया तो पीडीएस डीलर के अनाज घोटाले का बड़ा खेल सामने आ गया है. पोषक क्षेत्रीय गरीब महिला शांति देवी और कैली देवी तथा ममता देवी ने जानकारी दी है कि उनके हिस्से का अनाज गायब हो चुका है. वहीं इस मामले को लेकर जब पैक्स डीलर गोपाल यादव से पड़ताल की गयी तो गोपाल यादव ने दबी जुवान से बिना नाम लिए हीं गाँव के हीं एक डीलर पर इस तरह के आरोप लगाया है. गोपाल यादव की माने तो शुरूआती दौर में हीं 25-30 लोगों के अनाज उठाव की जानकारी उन्हें मिली है. अभी काफी लोगों को अनाज वितरण किया जाना बांकी है ऐसे में यह संख्या और भी बढ़ सकती है. डीलर श्री यादव इस गड़बड़ी को पाउस मशीन की गड़बड़ी बताने में लगे हैं और कई महीनों से ऐसी बात होने की संकेत जाहिर कर रहे हैं.

हालाँकि डीएम नवदीप शुक्ला ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच हेतु एसडीएम वृंदा लाल को सख्त निर्देश जारी कर आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई करने का भी आदेश निर्गत की है  बहरहाल जांच प्रक्रिया के बाद ही नतीजा सामने आएगा, फिलहाल जाँच की जा रही है. भले हीं आपदा के घड़ी में सरकार तथा जिला प्रशासन खुद कामगार और गरीब लोगों के मददगार साबित हो रहे हैं. साथ हीं ऐसे गरीब परिवारों के लिए तीन माह की राशन मुफ्त में देने की घोषणा कर रहे हैं. लेकिन संकट के इस घड़ी में भी जिले के जनवितरण प्रणाली बिक्रेता सीधा गरीबों के निवाले पर डाल रहे हैं डाका और कर रहे हैं पीडीएस अनाज का धरल्ले से कालाबाजारी. 

बहरहाल मधेपुरा डीएम नवदीप शुक्ला ने दिया है जांच हेतु एसडीएम वृंदा लाल को सख्त निर्देश, जाँच के बाद हीं हो सकता है कोई बड़ा खुलासा, फिलहाल गरीबों के निवाले पर मंडरा रहा है संकट, दाने-दाने को मुहताज है गरीब महादलित परिवार के लोग.
गरीबों के निवाले पर मंडरा रहा है संकट, पीडीएस अनाज की हो रही है कालाबाजारी गरीबों के निवाले पर मंडरा रहा है संकट, पीडीएस अनाज की हो रही है कालाबाजारी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 04, 2020 Rating: 5

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