मधेपुरा जिले मुरलीगंज शहर के गोलबाजार में शनिवार को करीब 12 बजे समाचार संकलन कर रहे दैनिक जागरण के संवाददाता के साथ पुलिस बल द्वारा दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है।
बताया गया कि करीब 12 बजे गस्ती कर रहे पुलिस बल के द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया। साथ ही धमकी भरे स्वर में कहा कि कल से शहर में नजर आया तो केस दर्ज कर अंदर डाल देंगे। जबकि संवाददाता अर्जुन कुमार ने प्रेस आईडी कार्ड भी दिखाया। फिर भी पुलिस पदाधिकारी मृत्युंजय झा ने उनके साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दिया।
ज्ञातव्य हो कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अहवान पर देश में जहां 21 दिनों का कर्फ्यू लगाया गया है। और इस दौरान प्रशासन, स्वास्थ्य कर्मी, मिडिया और जनप्रतिनिधियों को कर्फ्यू से बाहर रखा गया है। फिर भी पुलिस जब मीडिया कर्मी पर अपनी मनमानी और दबंगता दिखाए तो आम लोगों तक सही जानकारी कैसे मिलेगी। जबकि कभी भी मीडिया भीड़ का हिस्सा नहीं बनता है।
इस बावत थानाध्यक्ष किशोर कुमार ने बताया कि भीड़ भाड़ हटाने के दौरान हो सकता है। लेकिन ऐसा कोई बात नहीं है।
उधर जिला मुख्यालय में भी एक दैनिक अखबार के छायाकार के साथ भी पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार की बात बताई गई और इससे पूर्व सिंहेश्वर से आ रहे एक व्यवसायी से अवैध वसूली को लेकर दुर्व्यवहार का मामला भी सामने आ चुका है. यही नहीं कई आवश्यक सरकारी सेवाओं में काम पर लगाए कर्मियों के साथ भी जिले में पुलिस के द्वारा दुर्व्यवहार के कुछ मामले सामने आये हैं.
लॉक डाउन में बेवजह निकलने वालों पर सख्ती तो जरूरी है पर ऐसा प्रतीत होता है कि जिले में कुछ पुलिसकर्मी इसकी आड़ में कुछ अनुचित और अवैध कार्य का भी मौका ढूंढ रहे हैं, जो मधेपुरा पुलिस की छवि को और अधिक दागदार कर सकती है.
उधर आईरा के जिलाध्यक्ष मुरारी कुमार सिंह ने एसपी से मांग की है कि ऐसे पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाय ताकि जान पर खेल कर न्यूज कवरेज कर रहे पत्रकार इस आपदा की घड़ी में सुरक्षित रूप से काम कर सकें.
बताया गया कि करीब 12 बजे गस्ती कर रहे पुलिस बल के द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया। साथ ही धमकी भरे स्वर में कहा कि कल से शहर में नजर आया तो केस दर्ज कर अंदर डाल देंगे। जबकि संवाददाता अर्जुन कुमार ने प्रेस आईडी कार्ड भी दिखाया। फिर भी पुलिस पदाधिकारी मृत्युंजय झा ने उनके साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दिया।
ज्ञातव्य हो कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अहवान पर देश में जहां 21 दिनों का कर्फ्यू लगाया गया है। और इस दौरान प्रशासन, स्वास्थ्य कर्मी, मिडिया और जनप्रतिनिधियों को कर्फ्यू से बाहर रखा गया है। फिर भी पुलिस जब मीडिया कर्मी पर अपनी मनमानी और दबंगता दिखाए तो आम लोगों तक सही जानकारी कैसे मिलेगी। जबकि कभी भी मीडिया भीड़ का हिस्सा नहीं बनता है।
इस बावत थानाध्यक्ष किशोर कुमार ने बताया कि भीड़ भाड़ हटाने के दौरान हो सकता है। लेकिन ऐसा कोई बात नहीं है।
उधर जिला मुख्यालय में भी एक दैनिक अखबार के छायाकार के साथ भी पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार की बात बताई गई और इससे पूर्व सिंहेश्वर से आ रहे एक व्यवसायी से अवैध वसूली को लेकर दुर्व्यवहार का मामला भी सामने आ चुका है. यही नहीं कई आवश्यक सरकारी सेवाओं में काम पर लगाए कर्मियों के साथ भी जिले में पुलिस के द्वारा दुर्व्यवहार के कुछ मामले सामने आये हैं.
लॉक डाउन में बेवजह निकलने वालों पर सख्ती तो जरूरी है पर ऐसा प्रतीत होता है कि जिले में कुछ पुलिसकर्मी इसकी आड़ में कुछ अनुचित और अवैध कार्य का भी मौका ढूंढ रहे हैं, जो मधेपुरा पुलिस की छवि को और अधिक दागदार कर सकती है.
उधर आईरा के जिलाध्यक्ष मुरारी कुमार सिंह ने एसपी से मांग की है कि ऐसे पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाय ताकि जान पर खेल कर न्यूज कवरेज कर रहे पत्रकार इस आपदा की घड़ी में सुरक्षित रूप से काम कर सकें.
लॉक डाउन की आड़ में पुलिस कर रहे हैं पत्रकारों के साथ भी दुर्व्यवहार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 28, 2020
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![लॉक डाउन की आड़ में पुलिस कर रहे हैं पत्रकारों के साथ भी दुर्व्यवहार](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjOk0jJv3scktSRuQIZ0uXgbu6sIE6JAl0CUygwin5dPPAYyJcLW4Xu3w7VjR6qTlbBKAn7lWH2vVyZaqqhjSRJTJg2suN98lNtoeKM7W9M1-bUgeZFm7zNJSZcK5QIuQYmQEY_x5vp_EU/s72-c/WhatsApp+Image+2020-03-28+at+8.42.02+PM.jpeg)
बहुत ज्यादा मनमानी करता है पुलिस, आलम ये है कि पुलिस बिना कोई पूछताछ किये पिटाई करने लगता है। मेरा प्रशासन के उच्च अधिकारी से विनती है इस प्रकार की पुलिसिया कार्रवाई पर अंकुश लगाएं, आमलोग जरूरी काम से ही बाहर आते हैं
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