मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड मुख्यालय में कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण की रोकथाम और दूसरे राज्यों से आ रहे हैं
अप्रवासी मजदूरों और लोगों के लिए 9 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जिस में दर्जनों से अधिक की संख्या में लोग बाहर से अपने गॉव लौट रहे हैं और सभी घर में छिपे रहते हैं.
जबकि सरकार द्वारा हर पंचायत में पंचायत सरकार भवन एवं विद्यालय में क्वारेंटाइन सेंटर बनाने की बात कही गई है लेकिन क्वारेंटाइन सेंटर पर आज तक इन लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं किया गया है, व्यवस्था न होने के कारण लोग क्वारेंटाइन सेंटर में रहने से कतराते हैं.
जब मधेपुरा टाइम्स की टीम के द्वारा बार-बार खबर छापने पर मंगलवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा श्रीनगर पंचायत सरकार भवन मध्य विद्यालय झिटकिया में ही मात्र कर्मी एवं प्रतिनिधि उपस्थित देखे गए जहां श्रीनगर पंचायत सरकार भवन में बाहर से आए 7 लोगों का जांच किया गया उसमें भी पांच व्यक्ति को जो पटना से आए हुए थे उन्हें होम क्वारेंटाइन सेंटर के लिए निर्देश दिया गया, बाकी दो को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया.
वहीं मध्य विद्यालय झिटकिया में 3 व्यक्तियों को रखा गया है जहां कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. वहीं भान टेक्ठी में ग्रामीण कुमार आशीष का कहना है कि यहाँ अभी बाहर से आये मात्र 2 लोगो को ग्रामीणों की मदद से लाया गया है, जबकि दर्जनों से अधिक लोग बाहर से आये हैं, लेकिन यहाँ के कोई जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. जबकि यहाँ के वार्ड सदस्य से लेकर एसडीओ तक इस बात से अवगत हैं, यदि एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया गया तो भान टेकठी सहित आसपास के जिला में भी संक्रमण फैलने से कोई नहीं रोक सकता है, जबकि भारत में कोरोना तीसरे स्तर को छूने वाली है.
उन्होंने सरकारी कर्मचारी से क्वारेंटाइन सेंटर में सरकार द्वारा समुचित व्यवस्था एवं प्रशासनिक सख्ती की माँग की है. मौके पर भान टेकठी के सरपंच मोहम्मद अब्दुल हकीम एवं पंचायत रोजगार सेवक नीरज कुमार ने बताया कि बहुत जल्द ही यहाँ समुचित व्यवस्था करवा दी जाएगी. बाहर से आये लोगों ने पत्रकार से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार के द्वारा यहाँ सभी व्यवस्था करवाया जाए, नहीं तो हम लोग नहीं रहेंगे. अगर इस दिशा में प्रशासन ने ठोस पहल नहीं की तो बड़ा संकट आ सकता है साथ ही स्क्रीन और मेडिकल जांच करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती भी है.
वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी राघवेन्द्र शर्मा ने बताया कि हर जगह व्यवस्था कराया गया है, लेकिन देखने से यह प्रतीत नहीं हो रहा है.
अप्रवासी मजदूरों और लोगों के लिए 9 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जिस में दर्जनों से अधिक की संख्या में लोग बाहर से अपने गॉव लौट रहे हैं और सभी घर में छिपे रहते हैं.
जबकि सरकार द्वारा हर पंचायत में पंचायत सरकार भवन एवं विद्यालय में क्वारेंटाइन सेंटर बनाने की बात कही गई है लेकिन क्वारेंटाइन सेंटर पर आज तक इन लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं किया गया है, व्यवस्था न होने के कारण लोग क्वारेंटाइन सेंटर में रहने से कतराते हैं.
जब मधेपुरा टाइम्स की टीम के द्वारा बार-बार खबर छापने पर मंगलवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा श्रीनगर पंचायत सरकार भवन मध्य विद्यालय झिटकिया में ही मात्र कर्मी एवं प्रतिनिधि उपस्थित देखे गए जहां श्रीनगर पंचायत सरकार भवन में बाहर से आए 7 लोगों का जांच किया गया उसमें भी पांच व्यक्ति को जो पटना से आए हुए थे उन्हें होम क्वारेंटाइन सेंटर के लिए निर्देश दिया गया, बाकी दो को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया.
वहीं मध्य विद्यालय झिटकिया में 3 व्यक्तियों को रखा गया है जहां कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. वहीं भान टेक्ठी में ग्रामीण कुमार आशीष का कहना है कि यहाँ अभी बाहर से आये मात्र 2 लोगो को ग्रामीणों की मदद से लाया गया है, जबकि दर्जनों से अधिक लोग बाहर से आये हैं, लेकिन यहाँ के कोई जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. जबकि यहाँ के वार्ड सदस्य से लेकर एसडीओ तक इस बात से अवगत हैं, यदि एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया गया तो भान टेकठी सहित आसपास के जिला में भी संक्रमण फैलने से कोई नहीं रोक सकता है, जबकि भारत में कोरोना तीसरे स्तर को छूने वाली है.
उन्होंने सरकारी कर्मचारी से क्वारेंटाइन सेंटर में सरकार द्वारा समुचित व्यवस्था एवं प्रशासनिक सख्ती की माँग की है. मौके पर भान टेकठी के सरपंच मोहम्मद अब्दुल हकीम एवं पंचायत रोजगार सेवक नीरज कुमार ने बताया कि बहुत जल्द ही यहाँ समुचित व्यवस्था करवा दी जाएगी. बाहर से आये लोगों ने पत्रकार से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार के द्वारा यहाँ सभी व्यवस्था करवाया जाए, नहीं तो हम लोग नहीं रहेंगे. अगर इस दिशा में प्रशासन ने ठोस पहल नहीं की तो बड़ा संकट आ सकता है साथ ही स्क्रीन और मेडिकल जांच करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती भी है.
वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी राघवेन्द्र शर्मा ने बताया कि हर जगह व्यवस्था कराया गया है, लेकिन देखने से यह प्रतीत नहीं हो रहा है.
बाहर से आकर घर में छुपे रहते हैं लोग: कई जगह अभी तक नही हुई है क्वारेंटाइन की समुचित व्यवस्था
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 31, 2020
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