मधेपुरा के मुरलीगंज में श्री गोपाल गौशाला में सवामणी योजना शुरू की गई जो प्रत्येक शनिवार को श्रद्धालुओं द्वारा ₹2500 खर्च कर करवाई जाती है.
मुरलीगंज गौशाला चौक स्थित श्री गोपाल गौशाला करीब 77 वर्षों से संचालित 1943 में स्थापित यहां की संचालन व्यवस्था जस की तस है. उस समय उपलब्ध कराई गई 11 बीघा की जमीन के ऊपर यहां लगभग गाय बछड़ों को मिलाकर 95 पशुधन की सेवा की जाती है. संचालकों द्वारा गौशाला की सेवा एवं पशुओं के स्वास्थ्य के लिए सवा मनी योजनाएं संचालित की गई है.
मौके पर जानकारी देते हुए सचिव श्री इंदर चंद बोथरा ने बताया कि एक नई सेवा शुरू की गई है जिसमें श्रद्धालुओं से प्रत्येक शनिवार सवामणी योजना के तहत 2500 रूपये लिए जाते हैं और उससे दलिया का निर्माण कर सभी गायों को दलिया खिलाया जाता है.
इस योजना में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं से 2500 की राशि ली जाती है. इसके एवज में श्रद्धालुओं के नाम से उनके जन्मदिन, सालगिरह आदि के अवसर पर अथवा मनोकामना पूर्ण होने पर गौशाला में प्रत्येक शनिवार को दलिया का निर्माण करवाया जाता है. श्रद्धालुओं के जमा राशि से 40 किलोग्राम दलिया, 10 किलोग्राम चावल व 5 किलोग्राम गुड़ से खिचड़ी बनाई जाती है.
आज का दलिया कार्यक्रम डाक्टर दीनानाथ भगत एवं उनकी स्वर्गीय धर्मपत्नी चंदा भगत के नाम से आयोजित की गई थी. मौके पर हेल्पलाइन अध्यक्ष विकास भगत, विनोद करनानी, कैलाश राठी, पवन भगत, वार्ड पार्षद दिनेश मिश्रा एवं गौशाला के अन्य सभी कर्मचारी मौजूद थे.
मुरलीगंज गौशाला चौक स्थित श्री गोपाल गौशाला करीब 77 वर्षों से संचालित 1943 में स्थापित यहां की संचालन व्यवस्था जस की तस है. उस समय उपलब्ध कराई गई 11 बीघा की जमीन के ऊपर यहां लगभग गाय बछड़ों को मिलाकर 95 पशुधन की सेवा की जाती है. संचालकों द्वारा गौशाला की सेवा एवं पशुओं के स्वास्थ्य के लिए सवा मनी योजनाएं संचालित की गई है.
मौके पर जानकारी देते हुए सचिव श्री इंदर चंद बोथरा ने बताया कि एक नई सेवा शुरू की गई है जिसमें श्रद्धालुओं से प्रत्येक शनिवार सवामणी योजना के तहत 2500 रूपये लिए जाते हैं और उससे दलिया का निर्माण कर सभी गायों को दलिया खिलाया जाता है.
इस योजना में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं से 2500 की राशि ली जाती है. इसके एवज में श्रद्धालुओं के नाम से उनके जन्मदिन, सालगिरह आदि के अवसर पर अथवा मनोकामना पूर्ण होने पर गौशाला में प्रत्येक शनिवार को दलिया का निर्माण करवाया जाता है. श्रद्धालुओं के जमा राशि से 40 किलोग्राम दलिया, 10 किलोग्राम चावल व 5 किलोग्राम गुड़ से खिचड़ी बनाई जाती है.
आज का दलिया कार्यक्रम डाक्टर दीनानाथ भगत एवं उनकी स्वर्गीय धर्मपत्नी चंदा भगत के नाम से आयोजित की गई थी. मौके पर हेल्पलाइन अध्यक्ष विकास भगत, विनोद करनानी, कैलाश राठी, पवन भगत, वार्ड पार्षद दिनेश मिश्रा एवं गौशाला के अन्य सभी कर्मचारी मौजूद थे.
ताकि गायें रह सकें स्वस्थ: मुरलीगंज के गोशाला में की गई सवामणी योजना शुरू
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 07, 2020
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