प्रशासन के सख्त रवैये से दिखा लॉकडाउन का असर, प्रशासन ने आम लोगों से घरों में ही रहने का किया आह्वान

मधेपुरा जिला और पुलिस प्रशासन के सख्त रवैये से लॉकडाउन का असर मंगलवार  को दिखा, पुलिस की सख्ती से सड़क पर से वाहन और लोग मानो गायब हो गए. 


जिले के डीएम, एसपी सहित तमाम पदाधिकारी सड़क पर उतरे और बेवजह सड़क पर निकले लोगों को घर भेज दिया लेकिन बीमार या जरूरत मंद लोगों का आवाजाही चलता रहा. मस्ती के साथ निकले बाइक सवार युवक के खिलाफ प्रशासन ने सख्ती का प्रयोग करते हुए चालान काटा और घंटो बाद सड़के सूनी हो गई. पहले दिन के लॉकडाउन के आदेश की अपेक्षा मंगलवार को 50 प्रतिशत बाइक और चार चक्के सड़क पर नजर आए.

मालूम हो सरकार कि ने 23 से 31 मार्च तक पूरे प्रदेश को बढ़ते कोरोना वाइरस को लेकर लॉकडाउन कर दिया लेकिन सोमवार को अनुमंडल और प्रखण्ड तो दूर जिला मुख्यालय में लोगों ने आदेश की धज्जियाँ उड़ा दी. लॉकडाउन मजाक बन गया, प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद लोग अपने घरों से निकले. पूरा दिन सड़क पर भीड़ का नजारा दिखा. आखिरकार डीएम और एसपी ने देर शाम सख्त  रवैया अपनाते हुए संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय सहित प्रखण्ड और अनुमंडल स्तर तक तमाम चौक चौराहे पर दंडाधिकारी के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी को तैनात कर दिया और बार-बार लोगों से घर से नहीं निकलने, सिर्फ जरूरत मंद लोगों को घर से निकलने का आह्वान किया.

10:30 बजे शहर के तमाम चौक चौराहे पर पुलिस बल सड़क पर उतरे और सड़क  पर चल रहे बाइक चालक, कार चालक और राहगीर से सड़क पर निकलने का कारण पूछते रहे और बेवजह घर से निकले लोगों को बैरंग घर भेज दिया. इस दौरान सैंकड़ों लोगों ने बीमारी और दवा लाने का बहाना बनाया लेकिन पुलिस ने ऐसे जरूरत मंद से डाक्टर के पुर्जे की मांग की तो किसी ने नहीं दिखाया. पुलिस घर से निकलने वाले को घरों में ही रहने की सलाह दी. इसी दौरान बहाना बनाने वाले लोगों पर प्रशासन ने अपनी शक्ति का प्रयोग किया.

एसडीएम वृन्दा लाल और एसडीपीओ वसी अहमद ने अनुमंडल कार्यालय के पास सड़क पर नाकेबंदी इस कदर कर रखी थी कि बाइक चालक, कार चालक और  सड़क पर चल रहे लोगों की जमकर क्लास ली वहीं दूसरी ओर सड़क पर निकले कार चालक और बाइक चालक को हिदायत देते हुए यह कहकर छोड़ा गया कि दुबारा नजर आये तो खैर नहीं है.

वहीं एसडीएम ने कहा कि लॉकडाउन में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है. एसडीपीओ ने कार में चल रहे एक बीमार लोग के साथ आधे दर्जन लोगों को साथ देख कर नाराजगी जताते हुए कहा कि एक  तो बीमार है ही लेकिन साथ में अन्य लोग को बीमार बनाने पर क्यों तुले हैं. बीमार लोग के साथ एक को छोड़कर अन्य को घर लौटा दिया.

कर्पूरी चौक पर बेवजह लोग बाइक, कार और राहगीर को तैनात पुलिस और  कमांडो ने बलपूर्वक घर को भेज दिया. साथ ही सभी को मास्क पहनने, भीड़ में न जाने और लोगों से दूरी बनाने की सलाह दी. इसी दौरान 12:30 बजे के आसपास  कार में सवार एक लोग बेहद लापरवाह दिखे तो पुलिस वाले ने पूछा कौन है और कहाँ जा रहे हैं तो चालक ने अपना परिचय पंजाब नेशनल बैंक सिंहेश्वर के कर्मी होने की बात कही, जब पुलिस वाले ने आई कार्ड मांगा तो वह निर्वाचन आयोग का कार्ड  दिखाने लगा, पुलिस ने बैंक का आईकार्ड मांगा लेकिन नहीं दिया. जब पुलिस वाले ने चलान काटने की बात की और साइड लगाने बोला तो गाड़ी लेकर भाग खड़े हुए.

इस दौरान डीएम नवदीप शुक्ला और एसपी संजय कुमार का काफिला शहर में भ्रमण किया और जगह-जगह सड़क पर चल रहे लोगों को अपने-अपने घरों में रहने की नसीहत दी. उन्होंने आम लोगों को जनहित में अधिक से अधिक घरों में रहने का आह्वान किया सिर्फ जरूरतमंद लोग ही घर से निकले.

एमभीआई राकेश कुमार, कमांडो हेड विपिन कुमार और पुलिस बल ने थाना चौक  के पास दो दर्जन से अधिक बाइक को जब्त किया, साथ ही जब्त बाइक से जुर्माना  वसूल कर यह कहकर छोड़ दिया कि घर से नहीं निकले और घर के अन्य सदस्य को भी न निकलने दें.
प्रशासन के सख्त रवैये से दिखा लॉकडाउन का असर, प्रशासन ने आम लोगों से घरों में ही रहने का किया आह्वान प्रशासन के सख्त रवैये से दिखा लॉकडाउन का असर, प्रशासन ने आम लोगों से घरों में ही रहने का किया आह्वान Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 24, 2020 Rating: 5

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