मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर के मवेशी हाट मैदान में रविवार से महोत्सव का आगाज किया गया. पहले ही दिन स्थानीय और पूर्वोत्तर के कलाकारों ने शाम होते ही ऐसा शमा बांधा कि दर्शक-श्रोता आखिरी तक जमे रहे.
उद्घाटन समारोह के बाद सबसे पहले पूर्वोत्तर के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. इसी क्रम में गौर कुमार की अगुआई में पूर्वोत्तर के पुरुलिया से आए छउ के कलाकार ने गणेश वंदना से कार्यक्रम का आगाज किया. उसके बाद शिव और पार्वती के तांडव नृत्य की प्रस्तुति दी. कलाकारों के द्वारा अपने भाव-भंगिमा से महिसासुर वध की जीवंत प्रस्तुति दी गई.
इसके अलावे न्यू जलपाईगुड़ी से आए विश्वनाथ सेन ने 30 घरा के साथ नृत्य की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम के दौरान ही अनूप जलोटा के क्लोन कहे जाने वाले गायक राजीव तोमर उर्फ भोला ने मीरा की प्रभु भक्ति को अपने कर्णप्रिय आवाज देकर जीवंत कर दिया.
प्रो. अरुण कुमार बच्चन ने प्रभु मेरे अब तो चित न धरो गीत गाकर ईश्वर भक्ति की ओर लोगों को प्रेरित किया. प्रो. रीता यादव ने शास्त्रीय संगीत पर अपने भजन की प्रस्तुति दी.
उद्घाटन समारोह के बाद सबसे पहले पूर्वोत्तर के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. इसी क्रम में गौर कुमार की अगुआई में पूर्वोत्तर के पुरुलिया से आए छउ के कलाकार ने गणेश वंदना से कार्यक्रम का आगाज किया. उसके बाद शिव और पार्वती के तांडव नृत्य की प्रस्तुति दी. कलाकारों के द्वारा अपने भाव-भंगिमा से महिसासुर वध की जीवंत प्रस्तुति दी गई.
इसके अलावे न्यू जलपाईगुड़ी से आए विश्वनाथ सेन ने 30 घरा के साथ नृत्य की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम के दौरान ही अनूप जलोटा के क्लोन कहे जाने वाले गायक राजीव तोमर उर्फ भोला ने मीरा की प्रभु भक्ति को अपने कर्णप्रिय आवाज देकर जीवंत कर दिया.
प्रो. अरुण कुमार बच्चन ने प्रभु मेरे अब तो चित न धरो गीत गाकर ईश्वर भक्ति की ओर लोगों को प्रेरित किया. प्रो. रीता यादव ने शास्त्रीय संगीत पर अपने भजन की प्रस्तुति दी.
लोक परंपरा, शास्त्रीय और बॉलीवुड संगीत से गूंजता रहा सिंहेश्वर महोत्सव, झूमते रहे दर्शक
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 23, 2020
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