'म्यूटेशन के नाम पर मांगी जाती है रिश्वत': चौसा में पंचायत समिति की बैठक में उठे कई मुद्दे

मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड परिसर सभागार में पंचायत समिति की बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख शंभू प्रसाद यादव ने कि बैठक में चौसा प्रखंड के  जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने भाग लिया इस में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात हुई.


मनरेगा, बैंक, आंगनबाड़ी ,स्कूल शिक्षा से संबंधित बात रखी गई. खासकर अंचल कार्यालय में जमीन म्यूटेशन को लेकर बिचौलियों को लेकर इस पर विशेष बात हुई। अभी हाल के मामले में मोरसंडा पंचायत समिति सदस्य मुकेश कुमार ने मुद्दा उठाया।  जिस में मोरसंडा पंचायत के ही पाँच लोगो ने अगस्त महीने में म्यूटेशन के लिए आवेदन किया जिस में अंचल कार्यालय से अंचलाधिकारी के निजी कार्यकर्ता राजा कुमार के द्वारा फोन किया गया था कि आपके आवेदन में वंशावली नहीं है, यथाशीघ्र आप वंशावली जमा करें. फिर आवेदन कर्ता ने वंशावली मुहैया कराया पुनः दस दिनों के बाद उन्हें बुलाया गया फिर उन्होंने कहा कि आपका वंशावली नहीं है. इस तरह लगातार ऑफिस का चक्कर लगाता रहा है. आखिरकार उसी राजा कुमार ने अंचलाधिकारी के नाम से एक लाख रुपये की मांग किया जिसमें कहा गया कि आपके जमीन में विपक्ष के लोगों ने रोक लगाया है, जबकि हमारे जमीन में किसी से कोई झंझट नहीं है तो विपक्ष किस बात की. आखिरकार पांच आवेदन में से दो आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया तथा 3 को प्रोसेस में है। म्यूटेशन के नाम पर डाटा ऑपरेटर से राजस्व कर्मचारी आम लोगों से बिना रिश्वत के बात करना भी नही चाहते है। आखिर ऐसा क्यों। इस पर अंचलाधिकारी ने बताया कि मेरे संज्ञान में इस तरह का कोई मामला नहीं आया है।अंचल कार्यालय को बदनाम करने की साजिश चल रही है । 

वहीँ मिथिलेश यादव ने कहा कि शुद्धि पत्र निर्गत के बावजूद भी कहा जाता है कि अंचल अधिकारी का जब तक इस पर मुहर साइन नहीं होगा तो रसीद नहीं कटेगी जिसमें भी मोटी रकम की मांग की जाती है। इस पर अंचलाधिकारी ने कहा कि शुद्धि पत्र डुप्लीकेट भी निकाल कर लोग रसीद कटवा रहे थे जिसमें हमारे डाटा ऑपरेटर भी शामिल था । जिसकी वजह से हमने उस पर रोक लगा दिया और यह निर्देश दिया कि जैसे शुद्धि पत्र पर हमारे साइन नहीं होंगे उस पर रसीद नहीं कटेगी। आगे इस के लिए सिस्टम में बदलाव किया जाए गया जिसे आम लोगों को परेशानी नही होगी और राजस्व कचहरी से भी रिपोर्ट आने में बहुत वक्त लगता है। इस पर अंचल अधिकारी ने कहा कि में राजस्व कचहरी में कर्मचारी के द्वारा रिपोर्ट जारी करने में काफी देर की जाती है जिस पर कर्मचारी के ऊपर तकरीबन पैतालीस हजार रुपये का जुर्माना किया गया है और हमारा दावा है कि मधेपुरा जिला में मोटेशन के लिए चौसा प्रखंड अभी एक नंबर पर है. हमने अभी तक 55% आवेदन  का निष्पादन किया है जो कि मधेपुरा जिला में प्रथम स्थान है और आगे भी हम हमारी यह सोच है इससे भी अच्छा हम आगे करें जिससे आम जनता को परेशानी नहीं हो।

इस बाबत प्रखंड प्रमुख शंभू प्रसाद यादव ने कहा अंचलाधिकारी को अपने ऑफिस से बिचौलियों को दूर रखने की जरूरत है जिससे आम जनता की जेब पर सीधा वार नहीं हो और इस तरह का मामला आगे नहीं आवे. बैठक में शिक्षा पर भी बहुत सी बातें आई. अभी प्रखंड में शिक्षा शिक्षा शिक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है बच्चों को गुणवत्ता वाली शिक्षा नहीं दी जा रही है. कहीं शिक्षक गायब तो कई पदाधिकारी उदासीन आंगनवाड़ी पर भी दिनेश शर्मा ने बात उठाई कि आंगनवाड़ी में दी जाने वाली सुविधा आम जनता तक नहीं पहुंच पा रही है. इसको भी सही से जांचने की जरूरत है. उसके बाद मुखिया सुनील यादव ने जन वितरण प्रणाली पर विशेष बातें लोगों को बातें रखी जिसमें फॉक्स मशीन के द्वारा विवादों में फसे जन वितरण प्रणाली तथा विभाग में दुरुस्त करने के लिए बात रखी गई।

इस बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी रीना कुमार, अंचल अधिकारी आशुतोष कुमार ,मनरेगा पदाधिकारी हिमेश कुमार ,पशु चिकित्सा पदाधिकारी ,चिकित्सा पदाधिकारी अमित कुमार सिंह, पंचायत समिति सदस्य दिनेश शर्मा, मिथिलेश यादव, उप प्रमुख शशि कुमार दास उप, मुखिया प्रतिनिधि मुर्शीद आलम मुखिया, मोहम्मद शाहजहां, मुखिया संतोष कुमार साह, सुनील कुमार यादव आदि मौजूद थे.



'म्यूटेशन के नाम पर मांगी जाती है रिश्वत': चौसा में पंचायत समिति की बैठक में उठे कई मुद्दे 'म्यूटेशन के नाम पर मांगी जाती है रिश्वत': चौसा में पंचायत समिति की बैठक में उठे कई मुद्दे Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 21, 2020 Rating: 5

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