'धैर्य और एकाग्रता भी सफलता का मूल मंत्र": साधारण किसान के बेटे अफजल ने न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में पाई सफलता

सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड क्षेत्र के हरिहरपुर निवासी अफजल खान ने 30वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल कर इलाके का नाम रौशन किया है. 


साधारण किसान परिवार के घर जन्म लेने वाले श्री खान के जज बनने से उसके गांव में खुशी का माहौल है. उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. 
कबीर कृपानाथ उच्च विद्यालय हरिहरपुर से 2005 में बोर्ड परीक्षा उतीर्ण करने वाले अफजल खान ने एएमयू बोर्ड से 2007 में इंटर किया. जिसके बाद एएमयू अलीगढ में कॉमर्सियल लॉ की पढाई कर 2012 में बीए एलएलबी, 2014 में  एलएलएम तथा 2015 में पीएचडी की पढाई पूरी की. जिसके बाद श्री खान ने न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता अर्जित कर जज बने और अपने परिवार ही नहीं छातापुर प्रखंड का नाम रौशन किया. 

अफजल बताते हैं कि कड़ी मेहनत और जुनून के साथ पढाई करने पर मंजिल पाने में सफलता अवश्य मिलती है. इसलिए प्रतिभा किसी का मोहताज नहीं होता है. अध्ययन के साथ साथ धैर्य और एकाग्रता भी सफलता का मूल मंत्र है. कहा कि उनके सपनों को पंख लगाने में माता पिता के अलावे गुरूजनों का योगदान अविस्मरणीय है. वहीं अफजल के पिता हरिपुर खान टोला निवासी मो कासिम खान ने कहा कि अफजल शुरू से ही मेधावी छात्र रहा है और पढाई का जूनून उसमें कूट कूटकर भरा हुआ था. यही कारण है कि विद्या अध्ययन के सफर में उसने कड़ी तपस्या की और उसकी दिलचस्पी ने ही आज उसे जज बना दिया. अफजल की इस उपलब्धि से पूरा परिवार और सगे संबंधियों को नाज है. 
(सुपौल ब्यूरो)
'धैर्य और एकाग्रता भी सफलता का मूल मंत्र": साधारण किसान के बेटे अफजल ने न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में पाई सफलता 'धैर्य और एकाग्रता भी सफलता का मूल मंत्र": साधारण किसान के बेटे अफजल ने न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में पाई सफलता Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 05, 2019 Rating: 5

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