'गुरु की पूजा सर्वोपरि': सप्त दिवसीय भागवत कथा का समापन

मधेपुरा जिले के के बिहारीगंज में रविवार से जारी सप्त दिवसीय भागवत कथा का शनिवार को समापन हो गया.


समापन के दिन दूर-दूर से आए श्रद्धालु भक्त गणों ने भागवत कथा में शामिल होकर श्रीराम ठाकुर जी महाराज के प्रवचनों को सुनकर लाभ उठाया और उनके द्वारा बताए गए वचनों पर चलकर अन्य लोगों को भी आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के वास्ते प्रेरित करने का वादा किया.

सर्राफ परिवार के तत्वावधान में आयोजित भागवत कथा में श्री राम ठाकुर जी महाराज ने ऊधो संवाद, विदुर उपदेश, चौबीस गुरु कथा, कृष्ण-सुदामा चरित्र व भगवान के अंतिम उपदेश का वर्णन व चित्रण किया. उन्होंने गुरु की महत्ता को रेखांकित किया और बताया कि गुरु के बिना मानव जीवन की सार्थकता सफल नहीं हो पाएगा इसलिए गुरु की पूजा सर्वोपरि है. अब यह बात आपसबों पर निर्भर करता है, कि आप कैसे गुरु का चयन करते हैं. कृष्ण-सुदामा चरित्र कार्यक्रम में कृष्ण और सुदामा के रूप में शिल्पा और अमित सर्राफ व रुक्मणि के रूप में अलका की प्रस्तुति की लोगों ने प्रशंसा की. 

कार्यक्रम समापन के उपरांत आरती व सभी भक्तजनों के बीच प्रसाद वितरण किया गया. मौके पर सजन अग्रवाल, संजय जैन, सुशील दहलान, विमल सर्राफ, ओमप्रकाश सर्राफ, समाजसेवी आशीष कश्यप, ऋतु देवी, बेबी सर्राफ, रेखा सर्राफ, सरोज भीमसरिया, कविता देवी व अन्य मौजूद रहे.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
'गुरु की पूजा सर्वोपरि': सप्त दिवसीय भागवत कथा का समापन 'गुरु की पूजा सर्वोपरि': सप्त दिवसीय भागवत कथा का समापन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 30, 2019 Rating: 5

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