


फिलहाल नगर परिषद् में सता पक्ष और विपक्ष के बीच स्थिति है तनाव पूर्ण. लगातार सोशल मिडिया पर जारी किया जा रहा है अलग-अलग वीडियो. इतना हीं नहीं प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से भी विभिन्न मिडिया हॉउस के पत्रकारों को भी दे रहे हैं अपनी-अपनी सफाई.
कोई लगा रहे हैं सदन में वार्ड पार्षदों को हाई जेक कर अपने पक्ष में वोट डलवाने का आरोप तो वहीं विपक्ष सता पक्ष पर लगा रहे हैं सदन से बाहर रहकर विदेशों के सितारे होटलों में ठुमका लगाने का आरोप. वहीं विपक्ष के वार्ड पार्षदों की माने तो सदन में चल रही कार्यवाही की विडिओ वायरल कर सता पक्ष सदन की गोपनीयता पर भी उठा रहे हैं अहम् बड़ा सवाल. इन सवालों के कटघरे में खड़ा है जिला प्रशासन और नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी. विपक्ष की माने तो आखिर सदन में चल रही गोपनीय कार्यवाही की विडिओ कैसे हुआ वायरल ? इन तमाम अटकलों के बाद सता पक्ष और विपक्ष अब प्रेस वार्ता कर एक दूसरे पर लगा रहे हैं आरोप-प्रत्यारोप. इस मामले को लेकर नगर कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीन कुमार ने कहा सदन में चल रही कार्यवाही के दौरान नहीं की गयी है कोई गड़बड़ी. विभागीय मार्गदर्शन के बाद अध्यक्ष को दिया गया वोटिंग का आदेश. सदन में पूरी तरह बरती गयी है पारदर्शिता.
बताते चलें कि पिछले 25 जून को मधेपुरा नगर परिषद् में काफी गहमागहमी के बीच अध्यक्ष सुधा कुमारी की कुर्सी जाती रही. सुधा कुमारी और उसके पक्ष के 10 वार्ड पार्षद सदन में बैठक की कार्रवाई में शामिल भी नहीं हुए. इसी दिन से सोशल मीडिया पर अनुपस्थित वार्ड पार्षदों का किसी पहाड़ी इलाके के एक होटल में जश्न मानाने का वीडियो भी वायरल होने लगा. अब पूर्व अध्यक्षा सुधा देवी के समर्थक पार्षदों द्वारा 25 जून के बैठक का वीडियो वायरल किया जा रहा है जिसमें कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव ख़ारिज होने की बात सुनी जा रही है. जिसपर सदन के भीतर सदस्यों द्वारा विरोध किया जा रहा है. इन वीडियों के आधार पर जहाँ पूर्व अध्यक्ष सुधा देवी के समर्थक उपाध्यक्ष अशोक यदुवंशी ने सदन को हाइजैक करने का आरोप लगाया है, वहीँ विपक्ष के वार्ड पार्षद की माने तो जब 25 जून को सदन में सत्ता बचाने का समय था तो सदन से बाहर रहकर सता पक्ष के वार्ड पार्षद विदेश में जश्न मना रहे थे और आपस में ठुमका लगा रहे थे. अब खामखा अपनी हार से बौखला कर गलत आरोप मढ़ते हुए सोशल मिडिया पर विडिओ वायरल कर मधेपुरा की जनता समेत विभागीय अधिकारी को गुमराह कर रहे हैं .
अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद दोनों पक्षों में खलबली मची हुई है नगर परिषद् में काफी तनाव पूर्ण स्थिति भी बनी है .दरअसल अविश्वास के बाद सदन की बैठक में गड़बड़ी का आरोप लगते हुए पूर्व अध्यक्ष सुधा कुमारी पटना उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर की है. सुधा कुमारी ने जब प्रेस वार्ता कर गड़बड़ी का आरोप लगाया तो विपक्षी पार्षदों ने भी उन पर हमला बोल दिया. इन लोगों ने भी प्रेस वार्ता कर आरोप लगाया कि अध्यक्ष अपनी हार को पचा नहीं पा रही है. हार से बौखलाई सता पक्ष मधेपुरा की जनता समेत विभागीय अधिकारी को भी बनाम करने की साजिश रच रहे हैं. साथ हीं सदन में चल रही गोपनीय कार्यवाही की अबैध रूप से वीडियो वायरल करने का आरोप भी लगाया है.
वहीँ पूर्व अध्यक्ष सुधा कुमारी के बैठक में गड़बड़ी के आरोप को सिरे से नकारते हुए नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि सदन में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. विभागीय मार्गदर्शन के बाद अध्यक्ष चन्द्रकला देवी को मतदान का आदेश दिया गया जिसके बाद अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ. अगर कोई कहता है कि सदन में गड़बड़ी हुई है तो ये सरासर बे-बुनियाद और तथ्यहीन है .
बहरहाल तमाम आरोप प्रत्यारोप के बीच राज्य चुनाव आयोग ने 18 जुलाई को नगर परिषद् अध्यक्ष के चुनाव की तिथि तय कर दी है. अब देखना यह है कि इस बार अध्यक्ष का ताज किसके सर सजाता है?
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नगर परिषद् मधेपुरा: आरोप-प्रत्यारोप के बीच गरमाई राजनीति, किसके सर सजेगा ताज?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 07, 2019
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