मधेपुरा शहर में एक के बाद एक छुरेबाजी की घटना से शहरवासियों में दहशत है. शहरवासी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
ऐसे में या सवाल उठाना लाजिमी है कि क्या शहर में पुलिस का खौफ खत्म हो गया और क्या शहर में बदमाश और तत्वों का समांतर दबदबा कायम हो गया है ?
बताते चलें कि बेखौफ बदमाश ने शहर अति व्यस्त इलाका कर्पूरी चौक पर शाम 7:30 बजे के आसपास सैकड़ो लोगों के आवाजाही के साथ दर्जनों दुकानदार के सामने एक युवक को कुछ मनबढ़ू युवक ने सरे आम चाकू मारकर कर हत्या कर दी. ऐसे दबंग युवक शहर में अक्सर कोई न कोई मारपीट की घटना को अंजाम देते हैं. घटना की शिकायत पुलिस को दी जाती है, लेकिन उस पर कोई ठोस अंकुश लगाने पुलिस विफल रही है. इसी कारण ऐसे तत्वों के मंसूबे सातवें आसमान पर होते हैं. ऐसे तत्व दिन भर बाइक पर शहर का चक्कर लगाते रहते हैं.
शहर में छुराबाजी की घटना पहली नहीं है. कुछ दिन पहले सदर अस्पताल में एक दंबग युवक ने एक रोगी के परिजन को छूरा मार कर मौत के घाट उतार दिया । वैसे पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन शहर मे ऐसी घटना को रोकने और मनबढ्हू युवकों पर लगाम लगाने का कोई ठोस प्रयास नही किया गया. इसी का परिणाम दूसरे युवक सुनील कुमार की हत्या है ।
इन घटनाओं से शहर में दहशत का आलम है और लोगों को भय है कि बाजार, कोचिंग, स्कूल, कॉलेज जाने वाले उनके बच्चे सुरक्षित घर लौट आयेंगे या नहीं. आम लोगों ने एसपी से अनुरोध किया कि शहर में ऐसे दंबग युवक और असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाय ।

ऐसे में या सवाल उठाना लाजिमी है कि क्या शहर में पुलिस का खौफ खत्म हो गया और क्या शहर में बदमाश और तत्वों का समांतर दबदबा कायम हो गया है ?
बताते चलें कि बेखौफ बदमाश ने शहर अति व्यस्त इलाका कर्पूरी चौक पर शाम 7:30 बजे के आसपास सैकड़ो लोगों के आवाजाही के साथ दर्जनों दुकानदार के सामने एक युवक को कुछ मनबढ़ू युवक ने सरे आम चाकू मारकर कर हत्या कर दी. ऐसे दबंग युवक शहर में अक्सर कोई न कोई मारपीट की घटना को अंजाम देते हैं. घटना की शिकायत पुलिस को दी जाती है, लेकिन उस पर कोई ठोस अंकुश लगाने पुलिस विफल रही है. इसी कारण ऐसे तत्वों के मंसूबे सातवें आसमान पर होते हैं. ऐसे तत्व दिन भर बाइक पर शहर का चक्कर लगाते रहते हैं.
शहर में छुराबाजी की घटना पहली नहीं है. कुछ दिन पहले सदर अस्पताल में एक दंबग युवक ने एक रोगी के परिजन को छूरा मार कर मौत के घाट उतार दिया । वैसे पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन शहर मे ऐसी घटना को रोकने और मनबढ्हू युवकों पर लगाम लगाने का कोई ठोस प्रयास नही किया गया. इसी का परिणाम दूसरे युवक सुनील कुमार की हत्या है ।
इन घटनाओं से शहर में दहशत का आलम है और लोगों को भय है कि बाजार, कोचिंग, स्कूल, कॉलेज जाने वाले उनके बच्चे सुरक्षित घर लौट आयेंगे या नहीं. आम लोगों ने एसपी से अनुरोध किया कि शहर में ऐसे दंबग युवक और असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाय ।

मधेपुरा शहर में हो रहे लगातार छुराबाजी से दहशत में लोग, क्या हो रहा है पुलिस का खौफ ख़त्म?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 17, 2019
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