अपहरण के सात दिनों बाद कपिल की मिली लाश: मिल रही थी पहले से धमकी, पुलिस रही सुस्त

मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमण्डल के बिहारीगंज थाना क्षेत्र रामपुर डेहरु गाँव में  अपहृत कपिल सिंह का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। 



गुरुवार की देर रात एसडीपीओ सीपी यादव के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा भेजा है। इधर,कपिल के शव मिलने की सूचना मिलने के बाद अनुमण्डल में सनसनी का विषय बना हुआ है।

कपिल के घरवालों का हाल बुरा है। महिलाओं का रो-रोकर हाल बुरा है।महिलाएं उन्हें संभालने में लगी हुई है। आक्रोशित लोगों की पुलिस के प्रति नाराजगी देखी जा रही है।लोगों का कहना है कि पुलिस यदि तत्पर रहती तो आज एक मासूम व्यक्ति की जान बच सकती थी। आखिर पुलिस 5 दिनों से क्या कर रही थी। परिजन को धमकी भरा काल आया करता था।फिर पुलिस क्योँ सुस्त बनी हुई थी। अपहरण के सात दिनों बाद हत्या कर दी गयी। पुलिस के कई सवालिया निशान उभर कर सामने आ रहे। हालांकि, इस मामले में  पुलिस की टीम ने एक आरोपी निरंजन यादव को जेल भी भेज दिया था  । अन्य पकड़े गए आरोपियों से  पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है।

मालूम हो कि शव मिलने के सात दिन पूर्व ही अपहरण किया गया था। 5 मार्च थाना में आवेदन देकर मृतक कपिल सिंह की पत्नी अनिता देवी ने शिकायत की गई थी। कपिल सिंह 55 वर्षीय पुरैनी कोयला टोला निवासी बताए जा रहे हैं। उनको दो लड़का और तीन लड़की है।वे मुकेश कुमार केडिया पिता किशोरी केडिया के तेल मिल में लगभग 25 वर्षों से कार्य कर रहे थे। नित्य दिन के भांति 2 मार्च को कार्य समाप्त कर घर लौटने के क्रम में उनका अपहरण कर लिया गया। अपहरण के बाद परिजनों ने दो दिनों तक अपने स्तर से खोजबीन की। नहीं मिलने पर पुरैनी थाना में आवेदन दिया गया।आवेदन में निरंजन यादव नाम के व्यक्ति से तनाव की बात कही गयी थी।परिजनों ने कहा था ये उसी का कार्य है।

अपहरण कर मांगी गई 20 लाख की रंगदारी तो दिया गया दूसरा आवेदन

मिली जानकारी के अनुसार मामले में प्रथम आवेदन में निरंजन यादव पर अपहरण एवं हत्या की आशंका ज़ाहिर की गई थी।उक्त आवेदन के आधार पर प्रथमिकी दर्ज नही की गई थी। फिर 5 मार्च को दूसरे आवेदन में मृतक कपिल की पत्नी अनिता देवी ने कहा है कि निरंजन यादव से खेत मे भैंस के मर जाने का विवाद था। विवाद के कारण कपिल का अपहरण किया गया। फिर आगे कपिल की पत्नी यह लिखती है कि कपिल के मोबाईल नंबर 9608107367 और 9264146325 से घर के नंबर 9771230116 पर अपहरणकर्ता के द्वारा धमकी भरा काल आता रहा। 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी जा रही थी।इससे यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि पुलिस कहीं ना कहीं आपराधिक गतिविधि के लोगों के साथ गठजोड़ कर बैठी है।

गांव के बीच घर मे गड्डा खोदकर रखा सात दिनों तक

रामपुर देहरु गाँव के बीचोंबीच वार्ड संख्या आठ प्रकाश राम,मनोज राम ने अपने घर के पीछे गड्डा खोदकर रखा था। गड्ढे में बिजली के तार, बल्ब आदि समान की व्यवस्था की गई थी। सात दिनों तल कपिल को उस गड्ढे में रखा गया था। कपिल के ही मोबाइल से धमकी देकर 20 लाख रुपये की रंगदारी मांफी जा रही थी।देखने से प्रतीत होता है कि बिजली के करेंट से कपिल को झटका देकर मार दिया गया। दर्दनाक मौत का आखिर कौन जिम्मेवार बनेगा।

पुलिस अधीक्षक को अपहरणकर्ताओं ने दिखाया ठेंगा

गुरुवार को इस मामले में महकमे के आलाधिकारी पुरैनी थाना पहुंचते हैं। वहाँ जिले एवं अनुमण्डल की पुलिस मोजूद रहती है। पुलिस अधीक्षक संजय कुमार जल्द अपहरण करने वाले आरोपियों को गिराफ्तार करने की बात कहती है।अब सवाल यह उठता है कि जब पुलिस को इससे पूर्व ही जानकारी थी तो मोबाइल सर्विलांस के आधार इतना समय कैसे लग गया। मामले एसडीपीओ सीपी यादव,थानाध्यक्ष राजेश चौधरी कोई संतोषजनक जवाब देने से कतरा रहे हैं। आखिर कानून व्यवथा क्योँ अपराधियों के आगे नतमस्तक दिखाई दे रही है।
मामले में थानाध्यक्ष राजेश चौधरी ने बताया कि वे नए नए आये हैं। उनके मामले की जानकारी नहीं है। रात्रि गस्ती के बाद उनको पता चला कि दो आरोपी को गिराफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि लाश को गड्ढे में रखा गया है। अनिल राम एवं उसके साथियों ने यह बताया है।

मामले में एसडीपीओ सीपी यादव ने कहा कि शिकायत मिलते ही आरोपियों की खोजबीन की जा रही थी। मोबाइल सर्विलांस के आधार पर आरोपियों को पकड़ा गया है। पुलिस अधीक्षक मधेपुरा में पीसी करेंगे जहाँ पूरी जानकारी प्राप्त हो पाएगी।
अपहरण के सात दिनों बाद कपिल की मिली लाश: मिल रही थी पहले से धमकी, पुलिस रही सुस्त अपहरण के सात दिनों बाद कपिल की मिली लाश: मिल रही थी पहले से धमकी, पुलिस रही सुस्त Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 08, 2019 Rating: 5

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