शिवानी ने भरी हौसले की उड़ान, वाणिज्य इंटरमीडिएट की परीक्षा में पाया जिले में तीसरा स्थान: जिस कॉलेज की छात्रा है वहाँ वाणिज्य संकाय में एक भी प्राध्यापक नहीं
मधेपुरा जिले के के पी महाविद्यालय मुरलीगंज की छात्रा और हरिद्वार चौक निवासी दीपक रस्तोगी की बेटी शिवानी रस्तोगी ने वाणिज्य इंटरमीडिएट की परीक्षा में जिले में तीसरा स्थान प्राप्त कर साबित कर दिया कि प्रतिभा संसाधन या जगह की मुहताज नहीं होती.
शिवानी को 500 में कुल 435 अंक प्राप्त हुए. बेहद ख़ास बात यह है कि जिस के पी महाविद्यालय की छात्रा वह है, वहाँ वाणिज्य संकाय में एक भी प्राध्यापक नहीं है. मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली व्यवसाई पुत्र शिवानी ने सीमित संसाधन के बीच हौसलों की ऊंची उड़ान भरी. शिवानी की चर्चा पूरे शहर में है.
रविवार को उनके आवास पर बधाई देने के लिए लोगों का ताँता लगा रहा. परिजनों के अनुसार शिवानी अंतर्मुखी और अपने पढ़ाई के प्रति हमेशा सजग रही, जिसका परिणाम सकारात्मक रहा. शिवानी के अनुसार उसने पढ़ाई को बोझ के तौर पर कभी नहीं लिया.
शिवानी आगे की योजना बनाते हुए कहती है कि के पी कॉलेज से ही वाणिज्य में स्नातक करने के बाद वह किसी अच्छे संस्थान से एमबीए करना चाहती है. शिवानी के अनुसार एमबीए के बाद व व्यवसाय के क्षेत्र में कुछ ऐसा करना चाहती है कि लोगों के लिए नजीर बन सके. सफलता से माता-पिता आह्लादित हैं. पिता दीपक कहते हैं कि बेटा को पढ़ना फर्ज है तो बेटी में क्या हर्ज है?
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhfvkCQKJw2gb099mFFB2MYUnpz62qPOq0jp-9ygJtmMaP9hkGRp1li-pUFBS2TX2wXHsisCcPanIBeEF9l1FxY6CFNncOs53IyWlp5rHxuGqyWYvk5Jg7hI0_LRWYElNutINwox0CEN6M/s1600/Sanjay+Kumar.jpg)
शिवानी को 500 में कुल 435 अंक प्राप्त हुए. बेहद ख़ास बात यह है कि जिस के पी महाविद्यालय की छात्रा वह है, वहाँ वाणिज्य संकाय में एक भी प्राध्यापक नहीं है. मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली व्यवसाई पुत्र शिवानी ने सीमित संसाधन के बीच हौसलों की ऊंची उड़ान भरी. शिवानी की चर्चा पूरे शहर में है.
रविवार को उनके आवास पर बधाई देने के लिए लोगों का ताँता लगा रहा. परिजनों के अनुसार शिवानी अंतर्मुखी और अपने पढ़ाई के प्रति हमेशा सजग रही, जिसका परिणाम सकारात्मक रहा. शिवानी के अनुसार उसने पढ़ाई को बोझ के तौर पर कभी नहीं लिया.
शिवानी आगे की योजना बनाते हुए कहती है कि के पी कॉलेज से ही वाणिज्य में स्नातक करने के बाद वह किसी अच्छे संस्थान से एमबीए करना चाहती है. शिवानी के अनुसार एमबीए के बाद व व्यवसाय के क्षेत्र में कुछ ऐसा करना चाहती है कि लोगों के लिए नजीर बन सके. सफलता से माता-पिता आह्लादित हैं. पिता दीपक कहते हैं कि बेटा को पढ़ना फर्ज है तो बेटी में क्या हर्ज है?
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शिवानी ने भरी हौसले की उड़ान, वाणिज्य इंटरमीडिएट की परीक्षा में पाया जिले में तीसरा स्थान: जिस कॉलेज की छात्रा है वहाँ वाणिज्य संकाय में एक भी प्राध्यापक नहीं
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 31, 2019
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![शिवानी ने भरी हौसले की उड़ान, वाणिज्य इंटरमीडिएट की परीक्षा में पाया जिले में तीसरा स्थान: जिस कॉलेज की छात्रा है वहाँ वाणिज्य संकाय में एक भी प्राध्यापक नहीं](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEisx-MuCEZxeC6YUK4asIN_eGDvYZS8QbVxqKJZeaQyP_6qyLO-C3DZ7UJQjNTwri7tlpOSNDkKmUSzElo_-pYYlmZL3vwRKvWcB30E3DotQEdqGlX_4rEeeBVmbErKqAOHgoAPtqcuGnI/s72-c/MadhepuraTimes.jpg)
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