मधेपुरा जिले में वर्षों से लम्बित सहित संगीन मामले के निष्पादन को लेकर शनिवार को कोशी प्रक्षेत्र के डीआईजी सुरेश कुमार चौधरी ने एसपी के वेश्म में जिले के पुलिस कप्तान सहित पुलिस पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित कर मामले का जल्द से जल्द निष्पादन करने का आदेश दिया.
उन्होंने केश के आईओ को चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही बरतने वाले को बख्शा नहीं जायेगा वहीँ जो पुलिस पदाधिकारी का उत्कृष्ट कार्य रहेगा उन्हे पुरस्कृत भी किया जाएगा।
मालूम हो कि जिले मे वर्ष 2000 से अब कर सैंकड़ों हत्या लूट सहित संगीन मामले का उद्भेदन नही हो सका है । डीआईजी ने जिले में चर्चित मामले में सदर थाना के बराही गांव के एक महादलित की हत्या, टावर लगाने में चार करोड़ का ठगी के मामले सहित गम्हरिया, मुरलीगंज, बिहारीगंज, चौसा, पुरैनी, आलमनगर, कुमारखण्ड सहित अन्य थाना में घटित संगीन अपराधिक घटना की अद्यतन जानकारी ली ।
बैठक के पश्चात डी॰आई ॰जी॰ ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि जिले मे अब तक 2000 से वर्ष 2013 के बीच 62 हत्या, लूट सहित अन्य संगीन वारदात जो किसी पेंच के कारण वर्षो से निष्पादन नही हो सका है वैसे मामले को जल्द से जल्द निष्पादन के लिए एसपी, एसडीपीओ सहित केश के अनुसंधान कर्ता के साथ वैठक कर समाधान की तलाश की गयी है । उन्होने कहा कि कुछ मामले ऐसे है जिसमे न्यायालय से भी मदद ली जायेगी ।
डी॰आई॰जी॰ श्री चौधरी ने कहा कि संसाधन के दिक्कत के कारण साइबर क्राइम मामले का निष्पादन नहीं हुआ. उन्होने कहा कि बढते साइबर क्राइम को देखते सरकार सभी जिले में साइबर सेल थाना का गठन कर रही है. मधेपुरा जिले में 1-2 महिने मे साइबर सेल थाना खुलेगा. साथ ही साइबर क्राइम मामले के उद्भेदन के लिए दक्ष कर्मियों की सभी जिले में पोस्टिंग की जायेगी। फिलहाल घटित साइबर क्राइम की घटना को पटना भेजा जा जाता है जिसके कारण परिणाम सकारात्मक नही दिखता है ।
बैठक में एसपी संजय कुमार, एसडीपीओ वशी अहमद, डी पी यादव, इंसपेक्टर तथा अनुसंधानकर्ता उपस्थित थे ।

उन्होंने केश के आईओ को चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही बरतने वाले को बख्शा नहीं जायेगा वहीँ जो पुलिस पदाधिकारी का उत्कृष्ट कार्य रहेगा उन्हे पुरस्कृत भी किया जाएगा।
मालूम हो कि जिले मे वर्ष 2000 से अब कर सैंकड़ों हत्या लूट सहित संगीन मामले का उद्भेदन नही हो सका है । डीआईजी ने जिले में चर्चित मामले में सदर थाना के बराही गांव के एक महादलित की हत्या, टावर लगाने में चार करोड़ का ठगी के मामले सहित गम्हरिया, मुरलीगंज, बिहारीगंज, चौसा, पुरैनी, आलमनगर, कुमारखण्ड सहित अन्य थाना में घटित संगीन अपराधिक घटना की अद्यतन जानकारी ली ।
बैठक के पश्चात डी॰आई ॰जी॰ ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि जिले मे अब तक 2000 से वर्ष 2013 के बीच 62 हत्या, लूट सहित अन्य संगीन वारदात जो किसी पेंच के कारण वर्षो से निष्पादन नही हो सका है वैसे मामले को जल्द से जल्द निष्पादन के लिए एसपी, एसडीपीओ सहित केश के अनुसंधान कर्ता के साथ वैठक कर समाधान की तलाश की गयी है । उन्होने कहा कि कुछ मामले ऐसे है जिसमे न्यायालय से भी मदद ली जायेगी ।
डी॰आई॰जी॰ श्री चौधरी ने कहा कि संसाधन के दिक्कत के कारण साइबर क्राइम मामले का निष्पादन नहीं हुआ. उन्होने कहा कि बढते साइबर क्राइम को देखते सरकार सभी जिले में साइबर सेल थाना का गठन कर रही है. मधेपुरा जिले में 1-2 महिने मे साइबर सेल थाना खुलेगा. साथ ही साइबर क्राइम मामले के उद्भेदन के लिए दक्ष कर्मियों की सभी जिले में पोस्टिंग की जायेगी। फिलहाल घटित साइबर क्राइम की घटना को पटना भेजा जा जाता है जिसके कारण परिणाम सकारात्मक नही दिखता है ।
बैठक में एसपी संजय कुमार, एसडीपीओ वशी अहमद, डी पी यादव, इंसपेक्टर तथा अनुसंधानकर्ता उपस्थित थे ।

राहत देने वाली खबर: 'दो महीने में खुलेगा मधेपुरा में साइबर थाना': डीआईजी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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December 01, 2018
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December 01, 2018
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