मधेपुरा के सिंहेश्वर मंदिर में पूजा करने में हुए विवाद को लेकर श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की गई. इस दौरान महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया.
मिली जानकारी के अनुसार शंकरपुर प्रखंड के रायभीड़ निवासी आशीष कुमार अपनी बहन के साथ पूजा और हवन करने सिंहेश्वर आये. दोपहर में बाबा के भोग लगाने का समय को देखते हुए पुजारी लाल बाबा ने यजमान को हवन से पहले जल्दी से पूजा कर लेने की बात कही, लेकिन जब वे गर्भ गृह में जाने लगे तो पंडो ने उसे बाबा का भोग लगने की बात कह कर रोक दिया. वे वहीं द्वार पर 20 मिनट तक खड़े रहे. इसी बीच कुछ महिलाओं को बुला कर पूजा करवाते देख आशिष कुमार ने पूछा कि वह और लोगों को बुला कर पूजा करा रहे हैं तो हमलोग को क्यों रोक दिये हैं.
इस बात पर विवाद बढ़ा और दोनों पक्षों के तरफ से मारपीट शुरू हो गया. जिसमें आशीष कुमार और उसकी बहन की पंडा समाज के युवकों ने जमकर पिटाई कर दी. जिसकी शिनाख्त सीसीटीवी फुटेज से भी किया गया है. इस बावत आशिष कुमार ने बताया कि मंदिर में पूजा करने में भेदभाव बहुत ही गंभीर मामला है. ऐसे लोगों पर कार्यवाही के लिए न्यास को आवेदन दिया गया है.
घटना को लेकर गौरीपुर के पैक्स अध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि सिंहेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ पूजा के नाम पर मारपीट की घटना काफी निंदनीय है. सिंहेश्वर मंदिर के इतिहास में शायद यह पहली घटना है. वहीं मंदिर के पंडा समाज के लोगों ने बताया कि बाबा का भोग लगने वाला था, इसलिए उसे रोका गया और नवीन की पत्नी जो कि मंदिर में कर्मचारी हैं वह गर्भ गृह में गई. जिसको लेकर यह बवाल शुरू हुआ.
इस बावत जब डीडीसी मुकेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने सलाह दी की श्रद्धालुओं के साथ मारपीट हुई है तो श्रद्धालु को एफआईआर करने को कहिए. और रवि जी मैनेजर बने हैं उनसे पूछिये कैसे मारपीट हुई है और फोन काट दिया गया.
मिली जानकारी के अनुसार शंकरपुर प्रखंड के रायभीड़ निवासी आशीष कुमार अपनी बहन के साथ पूजा और हवन करने सिंहेश्वर आये. दोपहर में बाबा के भोग लगाने का समय को देखते हुए पुजारी लाल बाबा ने यजमान को हवन से पहले जल्दी से पूजा कर लेने की बात कही, लेकिन जब वे गर्भ गृह में जाने लगे तो पंडो ने उसे बाबा का भोग लगने की बात कह कर रोक दिया. वे वहीं द्वार पर 20 मिनट तक खड़े रहे. इसी बीच कुछ महिलाओं को बुला कर पूजा करवाते देख आशिष कुमार ने पूछा कि वह और लोगों को बुला कर पूजा करा रहे हैं तो हमलोग को क्यों रोक दिये हैं.
इस बात पर विवाद बढ़ा और दोनों पक्षों के तरफ से मारपीट शुरू हो गया. जिसमें आशीष कुमार और उसकी बहन की पंडा समाज के युवकों ने जमकर पिटाई कर दी. जिसकी शिनाख्त सीसीटीवी फुटेज से भी किया गया है. इस बावत आशिष कुमार ने बताया कि मंदिर में पूजा करने में भेदभाव बहुत ही गंभीर मामला है. ऐसे लोगों पर कार्यवाही के लिए न्यास को आवेदन दिया गया है.
घटना को लेकर गौरीपुर के पैक्स अध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि सिंहेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ पूजा के नाम पर मारपीट की घटना काफी निंदनीय है. सिंहेश्वर मंदिर के इतिहास में शायद यह पहली घटना है. वहीं मंदिर के पंडा समाज के लोगों ने बताया कि बाबा का भोग लगने वाला था, इसलिए उसे रोका गया और नवीन की पत्नी जो कि मंदिर में कर्मचारी हैं वह गर्भ गृह में गई. जिसको लेकर यह बवाल शुरू हुआ.
इस बावत जब डीडीसी मुकेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने सलाह दी की श्रद्धालुओं के साथ मारपीट हुई है तो श्रद्धालु को एफआईआर करने को कहिए. और रवि जी मैनेजर बने हैं उनसे पूछिये कैसे मारपीट हुई है और फोन काट दिया गया.
सिंहेश्वर मंदिर में पूजा करने को लेकर श्रद्धालु के साथ मारपीट
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 13, 2018
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