“नीलिमा जी के अच्छे व्यवहार और विद्यालय चलाने की कला का भी मैं कायल रहा”: सेवानिवृति के बाद विदाई समारोह में भावुक हुए शिक्षक और छात्र

“नीलिमा जी का इसलिए शुक्रगुजार हूं कि इन्होंने कभी भी कोई शिकायत का मौका नहीं दिया, इनके अच्छे व्यवहार और विद्यालय चलाने की कला का भी मैं कायल रहा”
उक्त बातें उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय सिंहेश्वर की प्रधानाध्यापिका नीलिमा सुमन के सेवानिवृति के बाद हुए विदाई समारोह में बीईओ डा० यदुवंश प्रसाद यादव ने कही.

अरविंद कुमार ने कहा कि नीलिमा दीदी ने विद्यालय में जो भी आयाम गढ़े हैं उसे छू पाना किसी के लिए भी मुश्किल होगा. 30 वर्षों के कार्यकाल में मां की तरह बच्चों को शिक्षा देने का जो दायित्व निभाया है वह अकल्पनीय है.
वहीं सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका नीलिमा सुमन ने कहा कि हमने हरेक छात्र-छात्राओं को अपने बच्चों की तरह समझा. पूर्व विद्यालय के शिक्षा समिति के अध्यक्ष और यहां के स्थानीय लोगों के साथ-साथ विद्यालय के शिक्षकों ने मुझे जो सहयोग दिया वह कभी नहीं भूल सकती हूँ. विगत 30 वर्षों में ये समाज मेरा अपना घर से ज्यादा प्यारा बन गया है. मेरे बाद विद्यालय का पठन-पाठन और अच्छे से हो, यही मेरी इच्छा है.
और अंत में विद्यालय के छात्राओं ने “विधाता कैसे गाऊं गान” समारोह को गमगीन कर गया. मंच संचालन नवीन कुमार नूतन ने किया.
मौके पर प्रमुख चंद्र कला देवी, उप-मुखिया सीता देवी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक योगेन्द्र प्रसाद, ललिता देवी, रंजू कुमारी, पुनम कुमारी, कल्पना देवी, वीना कुमारी, राजु श्रीवास्तव, संतोष कुमार, सुभाष घोष, उमा कुमारी, कंचन कुमारी, राज कुमारी, सुजाता कुमारी, विमला कुमारी, रंजीत चौधरी, नवीन कुमार भगत, श्वेता कुमारी, दीपक दिपांशु, किरण कुमारी, मीना कुमारी, पुष्पाजंली, रजनीश कुमार, सुशीला देवी, मनोज चौधरी, रोमा प्रिया आदि उपस्थित थे.
“नीलिमा जी के अच्छे व्यवहार और विद्यालय चलाने की कला का भी मैं कायल रहा”: सेवानिवृति के बाद विदाई समारोह में भावुक हुए शिक्षक और छात्र
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 05, 2018
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