गिरफ्तारी तो दूर, 48 घंटे बाद भी बस लूट कांड में पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग

मधेपुरा में हुए बस लूट काण्ड के  48 घंटे बाद भी बस लूट कांड के अपराधी की गिरफ्तारी तो दूर, घटना मे शामिल अपराधी का पता लगाने में भी पुलिस विफल रही है । 


पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापामारी करने का दावा कर रही है । हालांकि पुलिस भी दबी जुबान से मान रही है कि थोड़ी सी चूक ने पूरे मामले पर पानी फिर दिया है। दूसरी ओर पुलिस अब कार्बाइन रखने वाले अपराधियों की तलाश कर रही है. एसपी की मानें  तो जिले मे किसी अपराधिक गिरोह के पास कार्बाइन रायफल नहीं है लेकिन पुलिस के कई अधिकारी यह भी मान रहे हैं कि जिले के कई नये गिरोह के सरगना के पास मुंगेर निर्मित हथियार हैं, जो 10 से 20 हजार रुपए में आसानी से मिल जाता है । 

बता दें कि बुधवार की शाम एनएच 107 पर बेखौफ नकाबपोश और अधुनिक हथियार से लैश आठ अपराधियों ने फिल्मी स्टाइल में बस के आधे दर्जन यात्रिओं से लाखों के समान और नगदी लूट कर फरार हो गए । 
एसपी  ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए गुरूवार की पूरी रात सहरसा और मधेपुरा जिले के कई सम्भावित अपराधिक ठिकाने पर छापामारी की गई, लेकिन पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है । टीम ने उक्त बस के चालक और स्टाफ से की है लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा है । पुलिस को आशंका है कि घटना में स्थानीय अपराधी भी शामिल हैं और पुलिस के शक की सूई घटनास्थल के आसपास घूम रही है । जांच में पता चला है कि अपराधी चकला नहर के दक्षिण दिशा से आये और घटना को अंजाम देकर पुनः उसी रास्ते से भाग निकले । 

एसपी संजय कुमार ने बताया कि बस लूटकांड के उद्भेदन के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया है जिसका नेतृत्व एसडीपीओ वशी अहमद कर रहे हैं । मामले के उद्भेदन में मधेपुरा पुलिस सहरसा पुलिस से सम्पर्क में है और टीम लगातार छापामारी कर रही है । जल्द ही मामले का खुलासा होगा।
गिरफ्तारी तो दूर, 48 घंटे बाद भी बस लूट कांड में पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग गिरफ्तारी तो दूर, 48 घंटे बाद भी बस लूट कांड में पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 02, 2018 Rating: 5

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