मधेपुरा में हरेराम की मौत कैसे और कब हुई इस बात की जांच करने गुरुवार को तीन सदस्यीय फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की । जांच टीम ने घटनास्थल पर मौत होने से किया इंकार ।
मालूम हो कि मंगलवार को सदर थाना क्षेत्र के साहुगढ़ पंचायत के गोढ़ियारी गांव के पास भेलवा गांव के हरिराम पंडित के शव को पुलिस ने बरामद किया । पंडित की मौत हत्या या सहज मौत पुलिस के लिए रहस्यमय बना है । हरेराम का शव घटना स्थल पर इस कदर ऐसी स्थिति में मिला कि हत्या या सहज मौत पुलिस के लिए परेशानी पैदा कर दी. आखिरकार पुलिस ने घटना का सच सामने लाने के लिए घटनास्थल क्षेत्र को सील कर दिया था और जांच के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया ।
बुधवार की शाम मृतक हरेराम मामले की जांच के लिए भागलपुर से एक तीन सदस्यीय फोरेंसिक टीम मघेपुरा पहुंची । टीम सुबह स्थानीय पुलिस पदाधिकारी के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर चार घंटे तक जांच की । टीम ने मृतक की साइकिल और चप्पल सहित अन्य पहलू पर जांच की साथ ही टीम ने घटना स्थल से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य को जांच के लिए साथ लेकर गया ।
तीन सदस्यीय टीम मे असिस्टेंट डायरेक्टर एन० के० त्रिवेदी, विशेषज्ञ डा० एन० के० राघव, सहायक सन्तोष कुमार यादव शामिल थे ।
जांच कर लौटने के पश्चात् टीम के असिस्टेंट डायरेक्टर श्री त्रिवेदी और विशेषज्ञ डा० राघव ने बताया कि मृतक की लाश जिस जगह पर मिली है वहां उनकी मौत नहीं हुई है. ऐसा जांच में पता चला है । जांच टीम को जहर खिलाने की आशंका है । उन्होंने कहा कि घटना स्थल से कुछ साक्ष्य को जांच के लिए जब्त कर के साथ ले जा रहे हैं. मृतक के विसरा की जांच के लिए भेजे गए रिपोर्ट आने पर, साथ ही टीम की रिपोर्ट सामने आने पर मामला का खुलासा होगा ।
टीम ने बताया कि मौत की सच्चाई की रिपोर्ट तीन दिन में एसपी को भेज दी जायेगी ।
फोरेंसिक टीम ने यह कहकर कि हरेराम की मौत हलचल पैदा कर दी है कि उनकी मौत घटनास्थल पर नहीं हुई है, और टीम ने मृतक को जहर खिलाने की आशंका से हरेराम की मौत में एक नया मोड़ ला दिया है ।
(रिपोर्ट: पियूष राज)
मालूम हो कि मंगलवार को सदर थाना क्षेत्र के साहुगढ़ पंचायत के गोढ़ियारी गांव के पास भेलवा गांव के हरिराम पंडित के शव को पुलिस ने बरामद किया । पंडित की मौत हत्या या सहज मौत पुलिस के लिए रहस्यमय बना है । हरेराम का शव घटना स्थल पर इस कदर ऐसी स्थिति में मिला कि हत्या या सहज मौत पुलिस के लिए परेशानी पैदा कर दी. आखिरकार पुलिस ने घटना का सच सामने लाने के लिए घटनास्थल क्षेत्र को सील कर दिया था और जांच के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया ।
बुधवार की शाम मृतक हरेराम मामले की जांच के लिए भागलपुर से एक तीन सदस्यीय फोरेंसिक टीम मघेपुरा पहुंची । टीम सुबह स्थानीय पुलिस पदाधिकारी के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर चार घंटे तक जांच की । टीम ने मृतक की साइकिल और चप्पल सहित अन्य पहलू पर जांच की साथ ही टीम ने घटना स्थल से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य को जांच के लिए साथ लेकर गया ।
तीन सदस्यीय टीम मे असिस्टेंट डायरेक्टर एन० के० त्रिवेदी, विशेषज्ञ डा० एन० के० राघव, सहायक सन्तोष कुमार यादव शामिल थे ।
जांच कर लौटने के पश्चात् टीम के असिस्टेंट डायरेक्टर श्री त्रिवेदी और विशेषज्ञ डा० राघव ने बताया कि मृतक की लाश जिस जगह पर मिली है वहां उनकी मौत नहीं हुई है. ऐसा जांच में पता चला है । जांच टीम को जहर खिलाने की आशंका है । उन्होंने कहा कि घटना स्थल से कुछ साक्ष्य को जांच के लिए जब्त कर के साथ ले जा रहे हैं. मृतक के विसरा की जांच के लिए भेजे गए रिपोर्ट आने पर, साथ ही टीम की रिपोर्ट सामने आने पर मामला का खुलासा होगा ।
टीम ने बताया कि मौत की सच्चाई की रिपोर्ट तीन दिन में एसपी को भेज दी जायेगी ।
फोरेंसिक टीम ने यह कहकर कि हरेराम की मौत हलचल पैदा कर दी है कि उनकी मौत घटनास्थल पर नहीं हुई है, और टीम ने मृतक को जहर खिलाने की आशंका से हरेराम की मौत में एक नया मोड़ ला दिया है ।
(रिपोर्ट: पियूष राज)
रहस्यमय: हरेराम मौत में नया मोड़, फोरेंसिक टीम ने की मामले की जांच
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 07, 2018
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