विवादों के बीच आंगनबाड़ी सेविका सहायिका बहाली कहीं पूरा तो कहीं अधूरा

मधेपुरा के घैलाढ प्रखंड क्षेत्र में पूर्व से रिक्त वार्ड में आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविका सहायिका की बहाली में जहां-जहां कुछ विवाद को लेकर पूर्ण नहीं हुआ था, वहाँ पुनः जिला से तिथि निर्धारित कर स्पेशल मजिस्ट्रेट और पुलिस बल के साथ कराने का निर्णय लिया गया.


वहीं श्रीनगर पंचायत के वार्ड नंबर 06, झिटकिया पंचायत के वार्ड नंबर 04, भतरंधा प्रमाण पुर पंचायत के वार्ड नंबर 09 में आम सभा का आयोजन किया गया. जिसमें श्रीनगर पंचायत के वार्ड नंबर 06 में सेविका पद के लिए 08 आवेदन, और सहायिका पद के लिए मात्र 01 आवेदन किया हुआ था. जिसमें मेघा क्रमांक के अनुसार प्रथम स्थान शांति कुमारी पति टुनटुन कुमार जिसको 70.08℅  अंक प्राप्त हुआ, वहीं दूसरे स्थान पर निभा चंद्र भारती पति सुनील कुमार जिस को 65% अंक प्राप्त है. दूसरे स्थान पर निभा चंद भारती ने आपत्ति लगाया कि प्रथम स्थान पर शांति कुमारी का वार्ड नंबर 06 में मैपिंग पंजी में नाम नहीं है.

इसके जवाब में शांति कुमारी ने बताया कि 2016 के चुनाव में वार्ड नंबर 06 में उनके सास का नाम अंकित है. इसी मामले को लेकर माहौल थोड़ी देर तनाव पूर्ण रहा. इसकी सूचना बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कुमारी श्वेता को दे दी गई. सूचना पाते ही कुमारी श्वेता ने आम-सभा में पहुंचकर मार्गदर्शिका 2016 के अनुसार सी.डी.पी.ओ. कुमारी श्वेता ने स्पष्ट करके आम सभा में उपस्थित  ग्रामीणों को बताया कि मार्गदर्शिका 2016 के अनुसार, सेविका पद के लिए वार्ड में  ससुर या पति का नाम होना आवश्यक है. इसलिए मार्गदर्शिका के अनुसार  प्रथम स्थान पर शांति कुमारी के पति ससुर का नाम वार्ड नंबर 06 में नहीं रहने के कारण उन्हें मान्य नहीं माना जाएगा. इसलिए दूसरे स्थान पर निभा चंद्र भारती को सेविका पद व सोनी कुमारी का सहायक पद के लिए चयन किया गया.

वही भतरंधा प्रमाण पुर पंचायत के वार्ड नंबर 09 में कुल 07 आवेदन सेविका पद के लिए, और मात्र 01 आवेदन सहायिका पद के लिए किया गया था.  विगत आम सभा में अनुपम कुमारी ने आरोप लगाया कि प्रथम स्थान के नीलम कुमारी का दो जन्म तिथि एवं न्यायालय से दंडित है, जिसका पुख्ता सबूत नहीं देने के कारण पिछले दो बार आम सभा को जबरदस्ती स्थगित किया गया. जबकि मार्गदर्शिका के अनुसार आंगनबाड़ी सेविका पद के लिए योग्यता मैट्रिक पास है. जबकि मार्गदर्शिका में स्पष्ट लिखा हुआ है कि जो आवेदिका किसी न्यायालय से सजावार होंगे, इस पद के योग्य नहीं माने जाएंगे. जबकि प्रथम स्थान पर नीलम कुमारी कोई सजावार नहीं है, फिर भी सबों की मिलीभगत से उन्हें इस पद के लिए अयोग्य मान लिया गया है. आमसभा तनावपूर्ण होने के कारण सी.डी.पी.ओ. कुमारी श्वेता ने वरीय पदाधिकारी से बहाली के लिए निर्देश देने की मांग की है.
(रिपोर्ट: लालेंद्र कुमार)
विवादों के बीच आंगनबाड़ी सेविका सहायिका बहाली कहीं पूरा तो कहीं अधूरा विवादों के बीच आंगनबाड़ी सेविका सहायिका बहाली कहीं पूरा तो कहीं अधूरा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 27, 2018 Rating: 5

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