
मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड के गंगापुर पंचायत वार्ड नंबर 1 खुशरूपट्टी मुसहरी महादलित गांव के दर्जनों घरों में चिकन पॉक्स से लोग
अाक्रांत हो गये हैं. कई ऐसे घर हैं, जिनके सभी परिवारों को चिकन पॉक्स हो गया है.
सोनू कुमार उम्र 7 वर्ष, त्रिशूल देवी उम्र 25 वर्ष, गौरव कुमार 5 वर्ष, सुधा कुमारी उम्र 12 वर्ष, सुंदरी उम्र 5 वर्ष, इंदिरा देवी उम्र 40 वर्ष, गौरी कुमारी उम्र 5 वर्ष, सुमन देवी उम्र 25 वर्ष, शबनम कुमारी उम्र 7 वर्ष, मोनिका कुमारी उम्र 26 वर्ष, सपना कुमारी
उम्र 12 वर्ष, निभा कुमारी उम्र 14 वर्ष, मंजू देवी उम्र 26 वर्ष, कल्पना कुमारी उम्र 3 वर्ष, भारती कुमारी उम्र 7 वर्ष, दीपक कुमार उम्र 9 वर्ष, कमलेश कुमार उम्र 13 वर्ष, काजल कुमारी उम्र 6 वर्ष, कार्तिक उम्र 3 वर्ष आदि चिकन पॉक्स के मरीजों का इलाज डॉ लाल बहादुर (मेडिकल
अफसर ), अजय कुमार, रंजन, फार्मासिस्ट, सूरज नारायण साह, फार्मासिस्ट के द्वारा
किया जा रहा था.
मौके पर मौजूद डॉक्टर ने इसके लक्षणों के बारे में बताया कि बुखार का लगातार
बने रहना, शारीरिक थकावट एवं लगातार सिर में दर्द होना,-
शरीर में खुजली, एलर्जी महसूस होना, पेट विकार बढ़ना,
गैस्ट्रिक जैसी स्थिति का लगातार बना रहना, जी मिचलाना अथवा
बार-बार उल्टी होना।
उन्होंने बचाव के उपाय में जानकारी दी कि घर अथवा प्रतिष्ठानों के आसपास गंदगी
न रहने दें।- पानी
के टेंकों की साफ-सफाई रोज करें। पानी उबाल कर ही पियें।
घर में मच्छर पैदा न होने दें। या फिर उनसे बचाव के इंतजाम
करें। मरीज
के कपड़े,
बिस्तर रोजाना धोकर प्रयोग में लायें। परिवार के अन्य सदस्य
एक ही बिस्तर पर न सोयें।
बताया गया कि चिकन
पॉक्स वायरल बीमारी है, इसलिए और लोगों को चिकन पॉक्स नहीं हो बीमारी को रोकथाम के लिए आवश्यक दवाइयां
दी जा रही रही है. चिकन पॉक्स या चेचक मिजेल्स वायरस के कारण होता है. यह किसी भी
समय किसी को भी हो सकता है. यह बीमारी वायरल है, इसलिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है.
चिकन पॉक्स का रहन-सहन या खान-पान से कोई लेना-देना नहीं है. बचाव के रूप में अन्य
लोगों को नहीं हो इसके लिए उस क्षेत्र में घर-घर वैक्सीन का टीका दिया जाना चाहिए.
मधेपुरा: चेचक के उपचार के लिए डॉक्टरों की टीम पहुंची खुसरूपट्टी मुसहरी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 03, 2018
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