ग्रामीण क्षेत्रों में बंद मिले कई आंगनबाड़ी केंद्र: आंगनबाड़ी केंद्र की रखवाली कर रहे थे कुत्ते

बच्चों व गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार देने व बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा देने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की गई है, पर योजना धरातल पर कुछ और ही कहानी कह रहे हैं । 


मधेपुरा जिले के ग्रामीण अंचल में संचालित होने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं व उसकी मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारियों की लापरवाही के कारण बच्चों व गर्भवती महिलाओं को कई योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। 

दूर-दराज के आंगनबाड़ी केंद्र या तो बंद रहते हैं या फिर वहां कार्यकर्ता उपस्थित नहीं रहते। इन बातों की शिकायत मिलने को जिले के जिला पदाधिकारी मौ सोहेल ने इसे गंभीरता से लिया है। 17 अप्रैल मंगलवार को जिला पदाधिकारी ने विशेष दिशा निर्देश पर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण करवाया था जिसमें बहुत से आंगनबाड़ी केंद्र बंद पाए गए थे और इस दिशा में सकारात्मक कदम एवं स्पष्टीकरण के बाद सेविका सहायिका को चयन मुक्त करने का भी दिशा निर्देश दिया गया.
फिर भी मुरलीगंज प्रखंड के जोरगामा पंचायत के वार्ड नंबर 1 मे केन्द्र संख्या 28 पर मास्टर कामत मुसहरी टोला का आंगनबाड़ी केंद्र बंद पाया गया. बरामदे पास एक कुत्ता सोया हुआ था.  आंगनबाड़ी केंद्र के खुले हुए कमरे में एक-दो बड़े बड़े बच्चे खेल रहे थे. पूछने पर कि सेविका एवं सहायिका कहाँ है, किसी ने कुछ नहीं बताया. बगल के पड़ोस से एक महिला आई जिसने बताया कि हम केंद्र की सेविका हैं. बच्चे के बारे में पूछने पर वे कुछ नहीं बोली.

इस दिशा में जब उस पोषक क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका प्रियंका यादव से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया कि जब बच्चे उपस्थित नहीं थे और बच्चों का भोजन भी नहीं बना हुआ पाया गया वह भी दिन के 10:00 बजे तो ऐसे सेविका-सहायिका के खिलाफ कार्रवाई अवश्य की जाएगी.

 बताया जाता है कि कार्य मे लापरवाही बरतने के कारण परियोजना अधिकारी ने संबंधित महिला पर्यवेक्षिकाओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। लेकिन संबंधित सुपरवाइजरों और परियोजना अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग नहीं करने के कारण ऐसी शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। इससे पहले भी बीते दिनों में संचालित होने वाले कई आंगनबाड़ी केंद्र बंद मिलने पर सुपरवाइजरों को नोटिस भी जारी किया गया था। इसके बावजूद अब तक व्यवस्था में सुधार नहीं आया। 
 
ग्रामीण क्षेत्रों में बंद मिले कई आंगनबाड़ी केंद्र: आंगनबाड़ी केंद्र की रखवाली कर रहे थे कुत्ते ग्रामीण क्षेत्रों में बंद मिले कई आंगनबाड़ी केंद्र: आंगनबाड़ी केंद्र की रखवाली कर रहे थे कुत्ते Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 23, 2018 Rating: 5
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