मधेपुरा जिले के शंकरपुर प्रखंड क्षेत्र के मधेली
बाजार गांव के दो बेटियों ने अपनी मां के निधन पर पुरानी परंपरा को तोड़कर माँ के शव को मुखाग्नि देकर गांव
में एक नया इतिहास स्थापित किया है।
मिली
जानकारी अनुसार मधेली निवासी प्रधान शिक्षिका शांति देवी का आकस्मिक निधन 31
दिसंबर को हो गया था. मृतका की दो बेटियाँ शिव
कुमारी और सरिता कुमारी दोनों बहनें
मुखाग्नि देने की जिद अड़ गई. पहले तो समाज में इस
बात को लेकर काफी बहस हुई । गांव के लोग
इस बात पर
अड़े हुए थे कि आजतक हमारे समाज में ऐसी परंपरा
रही है कि मृतक को मुखाग्नि मृतक के पुत्र द्धारा दी जाती है या परिवार के किसी पुरुष सदस्य द्वारा।
ये कैसे हो सकता है कि मृतक को मुखाग्नि उसकी पुत्री दे। प्रधान
शिक्षिका शांति देवी की पुत्री द्वारा
मुखाग्नि के जिद के आगे सभी ग्रामीणों की एक बैठक हुई. बैठक में ग्रामीणों ने
मृतक की बड़ी बेटी
शिव कुमारी राय को मुखाग्नि देने
की अनुमति देकर नया संदेश दिया। अपनी मां को मुखाग्नि
देकर शिव कुमारी राय ने सामाजिक परंपरा को तोडकर एक नया इतिहास लिख दिया है।
पूरे इलाके में बस एक ही चर्चा हो रही है कि अब बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं रह गया है। जो काम बेटे कर सकते हैं वो बेटियां भी और वैसे भी अब तो बेटियां
कुछ भी कर सकती है।
माँ के शव को मुखाग्नि देकर बेटी ने स्थापित किया नया इतिहास
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 17, 2018
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