

मिली जानकारी के अनुसार मधेपुरा के कमांडो दस्ता टीम ने किया गुप्त सूचना के
आधार पर सनसनीखेज मामले का बड़ा खुलासा. मधेपुरा सदर थाना के पश्चिमी बाई पास रोड के
कबाड़खाना से गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने लाखों रुपये के सरकारी स्कूल के मैथमेटिक्स
साइंस किट एवं लेबोरेट्रीज की कई आवश्यक सामग्री जप्त की. पुलिस ने इस मामले में कबाड़खाना
मालिक समेत दो लोगों को भी रंगे हाथों सामान के साथ गिरफ्तार किया. मामले की जांच
में जुटी पुलिस गहन छानबीन कर रही है.
कबाड़खाना के मुकेश कुमार नामक कर्मी ने बताया कि बगल के राम नारायण चौधरी ने
उक्त सामान को 2300 रुपये में बेचा है. हालाँकि उक्त सामग्री को बेचने वाले शख्स
बता रहे हैं कि वर्षों पूर्व इनके मकान में कोई संवेदक भाड़े पर रहता था जो मकान
छोड़कर लम्बे समय से फरार चल रहा है जिस कारण उनके सामान को मकान मालिक ने कबाड़ी वाले
के हाथ बेच डाला.
बहराल मामले का खुलासा नहीं हो पाया है कि आखिर कौन था संवेदक जो सरकारी
स्कूलों का सामान छोड़कर फरार है. मकान मालिक की मानें तो भाड़ेदार के पास 23 हजार
रुपये किराया बाकी था. उन्होंने 2300 रुपये में कबाड़ी वाले को सभी आवश्यक सामग्री बेच
डाला है. बहरहाल पुलिस इस मामले में कबाड़खाना के मालिक समेत दो लोगों को गिरफ्तार
कर हर पहलू की जाँच में जुट गयी है. हालाँकि जाँच के बाद हीं हो पाएगा कोई खुलासा
लेकिन इस मामले को लेकर कई स्थानीय लोग इस बात की चिंता जता रहे हैं कि यदि स्कूल में
बच्चों को किट मिलता तो बच्चों में ज्ञान बढ़ता.
वहीँ इस मामले को लेकर स्थानीय सदर थाना के जे.एस.आई अरुण कुमार और कमांडो
बिपीन कुमार लोगों को दे रहे हैं जाँच कर कार्रवाई करने का भरोसा.
सरकार भले ही सरकारी स्कूलों में लाखों रुपये के ज्ञान का सामान भेजकर बच्चों
को ज्ञानी बनाना चाहते हों, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है. कीमती
ज्ञान अर्जित करने वाले सामग्री को कबाड़ खाना में बेचकर संवेदक कहें या कोई और
अपना चाँदी जरुर काट रहे हैं. भले बच्चों का भला नहीं हो, लेकिन संवेदक मालामाल
जरुर हो रहे हैं. हालाँकि अब गहन जाँच के बाद ही कोई खुलासा हो सकता है और दोषियों
पर शिकंजा कसा जा सकता है.
लाखों रुपये के सरकारी स्कूल के लेबोरेट्रीज की सामग्री कबाड़ख़ाने में, दो गिरफ्तार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 09, 2017
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