गलत सरकारी नीतियों के कारण किसानों की हालात दिन प्रतिदिन बदहाल होती जा रही
है । ऊपर से आने वाली आपदाएं तो किसानों को बर्बादी के कगार पर पहुंचा देती हैं ।
नेताओं
के लिए किसान सिर्फ वोट बैंक हैं । ऐसे में किसानों को संगठित कर जोरदार संघर्ष
शुरू करने की ज़रूरत है ।
उक्त बातें वेद व्यास कॉलेज मे कोशी नव निर्माण, प्रगतिशील
किसानों व बुद्धिजीवियों द्वारा "आपदा के बाद किसानों के समक्ष मौजूदा
चुनौतियों और हमारा दायित्व" विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा । कई वक्ताओं ने यह भी कहा कि इस वर्ष आई बाढ़ में एक तरफ फसल की भारी
तबाही हुई है दूसरी तरफ उन बर्बाद किसानों से लगान रशीद अप टू डेट कराने का सरकारी
फरमान उन्हें मुसीबत में डाल दिया है । इस चक्कर मे बाढ़ में फसल गवाने के बाद
किसान कर्ज लेकर लगान रशीद कटाने के लिए दौड़ लगाने हेतु बाध्य किये जा रहे हैं । अनेक
लोग तो इसी चक्कर में आवेदन जमा करने से वंचित हो गए |
यह किसान विरोधी व अमानवीय फ़रमान हैं |
ऐसे गलत नीतियों का मुकम्मल विरोध शुरू करने का संकल्प बैठक
में लिया गया |
वक्ताओं ने कहा कि मधेपुरा व कोशी के किसान विषम स्थिति में
भी अपनी मेहनत के बल पर ही जिंदा हैं। इसलिए अपने समक्ष चुनौतियो के समाधान के लिए
व्याप्त लफुआ नेतृत्व की आस छोड़ खुद ही रास्ता बनाना पड़ेगा |
वक्ताओं ने कहा कि सरकारी नीतियों ने
ही खेती व किसान संकट को जन्म दिया है | उत्पादन
का मालिक सरकार पर निर्भर रहता है सब कुछ बाजार तय करता है । ऐसे में किसानों को
स्थानीय परिस्थिति के अनुकूल उन्नति का मार्ग बनाना होगा। अतिरिक्त उत्पादन के साथ
सहकारिता के संगठनों को भी खड़ा करना पड़ेगा । जाति धर्म व अन्य विभेद से ऊपर उठकर
चुनावबाज राजनीति से इतर गंभीर प्रक्रिया चलाकर मजबूत संगठन खड़ा करना होगा | बैठक में ही इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए कोशी किसान
एकता अभियान की शुरुआत की गई और 31 सदस्यीय समन्वय समिति गठित किया गया |
लगान रशीद आप टू डेट कराने के नियम को समाप्त करने,
किसानों की कर्ज माफी जैसे तत्कालीन महत्वपूर्ण सवालों पर
जल्द ही हस्ताक्षर अभियान की शरुआत करने व जनदबाव के कार्यक्रम आयोजित करने का
निर्णय लिया गया ।
बैठक को प्रमुख रूप से अनमोल, शम्भू शरण भारतीय, भारत भूषण उर्फ मुन्ना, प्रो शचीन्द्र महतो, हनुमान कुमार, गुलजार कुमार
कुमारखंड से प्रभाकर, उदाकिशुनगंज के अरविंद बिहारीगंज से राजू खान,
प्रमोद मेहता व मन्टू, मुरलीगंज से रमन सिंह, प्रभात, प्रो शंकर, हरेराम, सन्दीप, अजय, यशपाल, विकास,
आनंद इत्यादि ने संबोधित किया|
समन्वय समिति में उपरोक्त वक्ताओं के अलावे शम्भू यादव, अरुण कुमार, नवीन सिंह, रणवीर, जय प्रकाश, रामविलास मेहता, इंद्रजीत, जवाहर, सुधीर, रविन्द्र इत्यादि कॊ भी शामिल किया गया । बैठक की अध्यक्षता
परमानंद मण्डल व संचालन महेन्द्र यादव ने किया |
'नेताओं के लिए किसान सिर्फ वोट बैंक हैं': गोष्टी आयोजित
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 03, 2017
Rating:
!['नेताओं के लिए किसान सिर्फ वोट बैंक हैं': गोष्टी आयोजित](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEizDwSdrVCkFQe6JKlW1jZypb-2BI6g3slU4NLDxOKr0oGt3Q8wgGUGWZRJPQ-qAK35KrwAxQK7DDxi42Yg5gYA1-xw3OmghAjHHKGzt7spSSkT_lF_PC-D2e_wyGuHjgRW3CGSOnHBNJ8/s72-c/MT+News+online+Times.jpg)